किसान आंदोलन के चलते भाजपा नेता नहीं कर पा रहे सार्वजनिक कार्यक्रम :राव इंद्रजीत

9/24/2021 8:36:30 PM


गुडग़ांव, (गौरव): किसान आंदोलन के चलते एक और जहां भाजपा के प्रदेश नेता से लेकर मंत्री सार्वजनिक मंचों से कार्यक्रम नहीं कर पा रहे हैं वही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने झज्जर के पाटोदा में सफल रैली करके हाईकमान को संदेश देने का काम किया है। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में पिछले 1 वर्ष के करीब से भाजपा नेताओं को किसान आंदोलन के चलते विरोध का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा नेता व सरकार के मंत्री सार्वजनिक मंचों से कार्यक्रम नहीं कर पा रहे हैं। प्रदेश सरकार की किसानों को चेतावनी व पुलिस व किसानों के संघर्ष के बाद भी न तो किसान मानने को तैयार हैं और ना ही सरकार। किसानों की मांग पूरी न होता देख किसान यूनियनें भाजपा नेताओं सांसदों व विधायकों के शालिनी कार्यक्रम का प्रदेश भर में विरोध कर रही है। राव इंद्रजीत गुरुग्राम से भाजपा के सांसद हैं वहीं केंद्र में मंत्री भी हैं। इस बार उन्होंने अपने वंशज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद राव तुला राम जी की याद में मनाया जाने वाला शहीदी दिवस ना केवल अहीरवाल से बाहर बल्कि किसानों के गढ़ कहे जाने वाले झज्जर जिले के पटौदी गांव में मनाया। इस रैली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष,सरकार के मंत्री व सांसद सहित विधायक शामिल थे जिन्हें लंबे अरसे बाद इतनी बड़ी भीड़ को संबोधित करने का मौका मिला। राव ने किसान आंदोलन के बीच बड़ी रैली कर राजनीतिक मंच से अपनी बात कहने के साथ ही हाईकमान को संदेश दे दिया कि वह किसानों के दिल में भी जगह रखते हैं। 
किसान आंदोलन में शांत रहा अहीरवाल
राव इंद्रजीत ने पटौदा के मंच से किसानों व जवानों की बात कर किसानों के प्रति अपनी हमदर्दी को भी दिखाया है। उन्होंने केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार बताते हुए कहा है कि किसानों से बातचीत होनी चाहिए। किसानों के बिना कुछ भी नहीं है। किसान और जवान का देश में बहुत सम्मान है। उन्होंने सीमा पर तैनात सैनिकों को किसानों का बेटा बताया वही किसानों के पक्ष में बातचीत कर अपने आपको किसान नेता के रूप में भी स्थापित करने की कोशिश की। शहीदी दिवस कार्यक्रम से पहले झज्जर यादव सभा ने किसान यूनियनों से संपर्क कर उनसे अपील की थी कि यह शहीदों की याद में आयोजित होने वाला कार्यक्रम है इसलिए वह विरोध ना करें और किसानों ने भी महासभा की इस मांग को स्वीकार कर लिया। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़  अध्यक्ष बनने के बाद सार्वजनिक मंच से पहली बार एक बड़ी रैली को संबोधित कर पाए हैं। यह रैली उनके विधानसभा क्षेत्र में थी वही राव ने उनके विधानसभा क्षेत्र में रैली कर प्रदेश नेतृत्व केंद्रीय नेतृत्व को दिखा दिया है कि अगर किसानों से सहजता से पेश आया जाएगा तो किसान भी सहयोग करने को तैयार हैं।
प्रदेश में ओबीसी नेता के रूप में पहचान बनाने की कोशिश में राव
हरियाणा में जहां एक और भाजपा नॉन जाट की राजनीति कर रही है वहीं राव इंद्रजीत भी नॉन जाट के नेता के रूप में स्थापित होना चाहते हैं। नॉन जाट नेता के रूप में खासकर ओबीसी वर्ग में पिछले दिनों आरक्षण में हुए बदलाव में ओबीसी की जनसंख्या की मांग को लेकर लगातार देश में प्रतिक्रिया चल रही है। राव ओबीसी नेता के रूप में प्रदेश में स्थापित होकर एक नाम जाट नेता के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। राव के बारे में यह भी कहा जाता है कि वे जाति से हटकर राजनीति करते हैं। इसके समर्थन में राव के समर्थक कहते हैं कि उनके प्रदेश भर में स्थापित जाट कार्यकर्ता आज भी कटर है जो राव के साथ वर्षों से जुड़े हुए हैं।
 

Content Editor

Gaurav Tiwari