बेस्टसेलर बनी तरुण राज अरोड़ा की किताब

punjabkesari.in Saturday, May 20, 2023 - 02:57 PM (IST)

गुडगांव ब्यूरो : प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर, सीरियल उद्यमी व बिज़नेस कोच तरुण राज अरोड़ा की किताब 'हार के उस पार' अमेज़न पर बेस्टसेलर रही। यह किताब ई बुक बेस्टसेलर केटेगरी में छठे स्थान पर तथा  सेल्फ हेल्प बुक केटेगरी में प्रथम स्थान पर है। यह किताब 20 सफल उद्यमियों की कहानियों पर आधारित है।  किताब में विश्व विख्यात उद्यमियों के संघर्षों तथा विफलताओं का वर्णन किया गया है। वर्तमान परिवेश में उद्यमियों द्वारा लिखी गयी प्रेरणादायी किताबें चलन में हैं। इन किताबों में छोटे छोटे चैप्टर्स द्वारा पुनरावृत्ति को टाल कर केवल आवश्यक मुद्दों पर प्रकाश डालने का काम होता है। बिज़नेस के किताबी ज्ञान से हटकर स्वयं उद्मियों ने अपने अनुभवों से सीखे हुए पाठ 'हार  के उस पार' जैसी किताबों के ख़ास गुणों में शामिल हैं। 

 

2022 में ऐसी कई किताबें प्रकाशित हुयी जो उद्यमियों ने लिखी थी। इसमें  अश्नीर ग्रोवर की 'दोगलापन', अंकुर वारीकू की 'गेट दी एपिक शिट डन' और करण बजाज की 'द फ्रीडम मेनिफेस्टो' शामिल है। इन किताबों का चलन पिछले कुछ सालों में अत्याधिक बढ़ा है। यह किताबें संभावित उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत साबित हुयी हैं। 

 

'हार के उस पार' का विमोचन हाल ही में 19 अप्रैल को दिल्ली स्थित होटल हयात में सम्पन्न हुआ। इस समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर भारत की जानी मानी न्यूज़ एंकर ऋचा अनिरुद्ध तथा जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि उपस्थित थे । इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों ने शिरकत की। जिनमें जाने माने लेखक, गीतकार तथा शायर प्रबुद्ध सौरभ व प्रसिद्ध हास्य कलाकार विभोर चौधरी भी शामिल थे। इस कार्यक्रम में यूट्यूबर गौतम खट्टर तथा बाल संत के रूप में प्रसिद्ध अभिनव अरोड़ा की भी उपस्थिति रही। 

 

किताब के लिए अनुसंधान का कार्य करने वाली श्वेता शर्मा का कहना है कि  किताब के अभ्यासपूर्ण लेखन तथा वर्तमान परिवेश में उसकी उपयोगिता किताब को सफलता की नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी। किताब के सम्पादक प्रबुद्ध सौरभ ने किताब के विषय के नावीन्य को किताब की उपलब्धि माना। 

 

विमोचन के दौरान ऋचा अनिरुद्ध से बातचीत करते हुए तरुण राज अरोड़ा ने बताया कि इस किताब में कुल बीस सफल उद्यमियों की जीवनी है। यह वे उद्यमी हैं जिन्हें आज लगभग दुनिया की कुल आबादी में नब्बे प्रतिशत लोग जानते हैं। इन अत्यंत सफल उद्यमियों के संघर्ष की कहानियां, उनकी सफलताएं, विफलताएं तथा विफलताओं से मिली सीख ऐसे कई पहलू इस किताब में विशद किये गए हैं। ऋचा अनिरुद्ध ने 'हार के उस पार' इस शीर्षक की सराहना करते हुए तरुण को किताब की विषय वस्तु पर प्रकाश डालने का अनुरोध किया। तरुण का कहना है कि असफलता पर कभी कोई बात नहीं करता जब की सफलता का मार्ग असफलताओं से होकर ही गुज़रता है। एक उदाहरण देते हुए तरुण ने कहा कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर यदि आप मात्र 10 मिनट का समय भी देते हैं तो कहीं न कहीं सफलता की बात ज़रूर होती है। किसी रील या किसी पोस्ट की माध्यम से सफलता की कुंजी आपके हाथों में देने का प्रयास किया जाता है। लेकिन वास्तविक रूप में देखा जाए तो सफलता का दर्शन असफलता को देखे बगैर नहीं हो सकता।

 

इस कार्यकम के दौरान मीडिया से बात करते हुए तरुण राज अरोड़ा ने किताब से काफी उम्मीदे होने की बात की थी। किताब के रोचक विषय तथा मोटिवेशन की वर्तमान परिस्थिति में आवश्यकता को उन्होंने इसका कारण  बताया।  किताब के बेस्टसेलर बनने के बाद तरुण राज अरोड़ा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि किताब से उम्मीदे होने के बावजूद इतने कम समय में इस किताब का बेस्टसेलर बनना अपेक्षित नहीं था। उनके लिए यह खबर किसी सुखद आश्चर्य की तरह थी। उन्होंने केवल दो सप्ताह के अवधि में पाठकों द्वारा प्राप्त प्रेम के लिए उनका आभार ज्ञापित किया।

  


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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