जिन्हें चाचा कहता ​था,उन्हीं के मासूम को उठाकर ले गया,गिरफ्तार

12/2/2015 6:07:51 PM

गुडगांव,(अनिल मनचंदा) : पुलिस ने 6 वर्षीय मासूम के अपहरण की गुत्थी सुलझा बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस को 20 नवम्बर को इस 6 वर्षीय मासूम के अपहरण होने की सुचना मिली थी। इसके बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस की कई टीमों के अथक प्रयास की बदौलत इस मासूम को गुडगांव के एक अनाथालय से बरामद किया है। अपहरण के पीछे की साज़िश का खुलासा होने के बाद पुलिस के अधिकारियों को अचंभित कर दिया।

एसीपी हवा सिंह की मानें तो बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट मानेसर थाने में 20 नवम्बर को दर्ज़ करवाई गयी थी। उसके मां-बाप की शिकायत पर मामला दर्ज़ कर जब तफ्तीश शुरू की गयी तो पता लगा की वारदात के वक़्त बच्चे के दोनों कम्पनी में काम करने के लिए गए हुए थे। अपहरण की सूचना मिलते ही बच्चे को बरामद करने के प्रयास शुरू कर दिए गए। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर संभावित स्थानों पर ढूंढने के प्रयास शुरू कर दिए। 

शक की सुई मासूम के पिता को चाचा कहने वाले और पड़ोस में रहने वाले 20 वर्षीय युवक महतब आलम पर जा टिकी। पुलिस के अधिकारियों ने जब इस युवक से कड़ाई पूछताछ की तो इसने कई चौकाने वाले खुलासे कर गुडगाँव पुलिस के अधिकारियों को भी अचंभित कर दिया। 

मासूम को तलाश कर रही पुलिस की टीमों ने मानेसर के कासन इलाके में मोबाइल की दुकान पर काम कर रहे 20 वर्षीय मुहतब आलम से पूछताछ शुरू की तो वह बड़े शातिर अपराधी की तरह अधिकाररियों को झांसा देता रहा। जब इस युवक से सख्ती से पूछताछ की गई तो इसने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि मासूम के पडोसी और पारिवारिक नज़दीकी का फायदा इसने उठाया। बच्चे को बेचने की नीयत से इसका अपहरण कर इसे दिल्ली में रहने वाली अपने रिश्तेदार के पास ले गया। खरीदार न मिलने से यह दोबारा बच्चे को लेकर गुडगांव आया। फिर गुडगांव के ही किसी मेट्रो स्टेशन पर मासूम को लावारिस छोड़ वापिस मानेसर की मोबाइल दुकान में काम करने लगा,ताकि किसी को उस पर शक न हो । 

मेट्रो स्टेशन पर बच्चा लावारिस मिलने पर उसे अनाथालय भेज दिया गया था। सारी साजिश का खुलासा होने पर आज पुलिस बच्चे को सकुशल बरामद करके परिजनों को सौंप दिया तथा फिरौती के लिए अपहरण के दोष में मुहतब आलम निवासी जिला बांका बिहार निवासी जो कि गांव नाहरपुर में ही मोबाइल की दुकान पर काम करता था,उसे गिरफ्तार कर लिया है। बहरहाल पुलिस पुरे मामले की जांच कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी के साथ और कौन-कौन से लोग इस साज़िश में शामिल थे। ऐसे कौन लोग हैं जो ऐसे बच्चों की खरीद फरोख्त करते हैं। इसके बाद इन बच्चों को कहां भेजा जाता है।