शिक्षाविदें के लिए हुआ तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ
punjabkesari.in Saturday, Sep 30, 2023 - 07:48 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो: ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में शिक्षाविदों के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शनिवार को शुभारंभ हुआ। संस्था के शिक्षा प्रभाग के द्वारा आयोजित एजुकेटर्स क्रिएटिंग लीडर्स फॉर फ्यूचर विषय पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस सेमिनार में जीडी गोयनका विश्वविद्यालय के कुलपति सत्यनारायण ने कहा कि आज के मशीनी और डिजिटल युग में मानव मूल्यों का ह्रास हुआ है। आज पूरे विश्व में अच्छे लीडर की खोज है। ऐसे में आवश्यकता है शिक्षा को मानवता का मूल केंद्र बनाने की। नासिक मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव सोनवणे ने कहा कि शांति हमारा स्वाभाविक गुण है, लेकिन आज हमें शांति के लिए प्रयास करने पड़ रहे हैं। जिसका कारण मानव निर्मित समस्याएं हैं। आज बुराइयों ने मानव को नहीं बल्कि ने मानव ने बुराइयों को पकड़ रखा है। उन्होंने कहा कि उनका विश्वविद्यालय ब्रह्माकुमारीज के साथ मिलकर मूल्य आधारित शिक्षा पर कार्य करता रहेगा। झारखण्ड, केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी लाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज ने योग की साधना को बहुत सरल करके लोगों के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि आज वो समय आ गया है, जब भारत समूचे विश्व का मार्गदर्शन कर सकता है। ब्रह्माकुमारीज संस्था 137 देशों में भारत की संस्कृति और राजयोग का डंका बजा रही है।
संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि आज शिक्षा तो है, लेकिन उसका मूल नहीं है। ऐसे में ब्रह्माकुम द्वारा शिक्षा का वो मर्म बताया जा रहा है, जिससे हम सशक्त हो सकें। आज विज्ञान की शिक्षा ने विश्व को विनाश के मुहाने पर खड़ा कर दिया है। सबसे पहले जरूरत है, स्वयं का लीडर स्वयं बनने की। जिसका स्वयं पर संयम अथवा नियंत्रण है, वही दूसरों का लीडर बन सकता है। ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि आज अच्छे लीडर्स तैयार करने की जरूरत है। एक अच्छा लीडर वो है, जो दूसरों के दिल पर राज करता है। शिक्षाविद् बच्चों को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। लेकिन उसके लिए शिक्षा के साथ-साथ शक्ति की आवश्यकता है, जो कि स्वयं के सशक्तिकरण से ही संभव है।