फिरोजपुर झिरका में रुका था उमर, सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 07:53 PM (IST)
नूंह, (ब्यूरो): दिल्ली धमाके मामले में जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मामले के मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर की गतिविधियों का एक और अहम सुराग हाथ लगा है। बताया जा रहा है कि उमर 9 नवंबर को हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका कस्बे में रुका था। जांच में यह भी पता चला है कि वह यहां से 10 नवंबर की सुबह दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते दिल्ली की ओर रवाना हुआ था। इस दौरान उसकी कार टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दी, जिसमें विस्फोटक सामग्री भरी होने का शक जताया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस और एनआईए की संयुक्त जांच टीमों ने टोल प्लाजा से मिली इस फुटेज को धमाके से जोड़कर देखा है। फुटेज की टाइमिंग 10 नवंबर की सुबह की बताई जा रही है, यानी धमाके के दिन की। जांच अधिकारियों का मानना है कि उमर ने विस्फोटक सामग्री को फिरोजपुर झिरका से ही ले जाकर दिल्ली पहुंचाया था। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि विस्फोट में इस्तेमाल हुआ फर्टिलाइज़र (खाद) भी उमर ने मेवात क्षेत्र से खरीदा था। यह खरीदारी उसने डॉक्टर मुझमिल की गिरफ्तारी से पहले की थी, जिससे साफ है कि धमाके की साजिश पहले से रची जा चुकी थी।
दिल्ली की विशेष जांच टीमें अब उमर के मूवमेंट की हर कड़ी जोड़ने में जुटी हैं। इसके लिए दिल्ली-अलवर रोड और नूंह जिले के विभिन्न हिस्सों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उमर नूंह कैसे पहुंचा, वह किन लोगों से मिला और धमाके से पहले किन-किन स्थानों पर गया था। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय स्तर पर भी कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि उमर ने क्षेत्र में कुछ लोगों की मदद से विस्फोटक तैयार किया और दिल्ली ले गया। इस बीच सुरक्षा एजेंसियों ने मेवात क्षेत्र में चौकसी और बढ़ा दी है। हर आने-जाने वाले वाहन की सघन जांच की जा रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही रोका जा सके।
जांच अधिकारियों का कहना है कि अगर उमर के नूंह आने-जाने के पूरे रास्ते की जानकारी मिल जाती है तो यह केस सुलझाने में बड़ी मदद साबित होगी। फिलहाल एजेंसियां सभी फुटेज और सबूतों का मिलान कर रही हैं ताकि इस आतंकी साजिश की पूरी कड़ी को उजागर किया जा सके।