वोलोफिन ने एक टॉप ग्लोबल बैंक से 50 मिलियन यूएस डॉलर हासिल करने की घोषणा की
punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2024 - 08:38 PM (IST)
गुड़गांव ब्यूरो : फैक्टरिंग और सप्लाई चेन फाइनांसिंग में एंड-टू-एंड समाधान पेश करने वाला, अपनी तरह का अनूठा फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म, वोलोफिन ने सबसे बड़े ग्लोबल बैंक्स में से एक से 50 मिलियन यूएस डॉलर की फंडिंग लाइन हासिल करने की घोषणा की। इस कार्यनीतिक कदम का उद्देश्य ट्रेड फाइनांस की गंभीर कमियों को दूर करने और आर्थिक मजबूती को बढ़ावा देने के लिए भारत और दुनिया भर के एसएमई को सशक्त बनाना है। कंपनी अपने परिचालन को बढ़ाने और विकास को गति देने के लिए इन फंड्स का इस्तेमाल करेगी।
वोलोफिन निर्यातकों को ज़्यादा आसानी से ट्रेड फाइनांस उपलब्ध कराकर भारतीय निर्यात को आगे बढ़ाने में मदद करने की कोशिश कर रहा है। कंपनी ने अगले दो से तीन सालों में इस फंडिंग सीमा को 150 मिलियन यूएस डॉलर तक बढ़ाने का आक्रामक लक्ष्य रखा है।
वोलोफिन के सह-संस्थापक और सीईओ रोशन शाह ने कहा, “हमें एसएमई को सेवाएं देने के हमारे मिशन और प्रतिबद्धता में विश्वास रखने वाले इतने बड़े वैश्विक संगठन से यह फंडिंग हासिल करके खुशी हो रही है। यह हमारे विकास के सफर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, और हम सुविधाओं से वंचित एसएमई के प्रति अपने प्रस्तावों का विस्तार करना जारी रखेंगे। हम अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने और अर्थव्यवस्था की बैकबोन माने जाने वाले निर्यातकों के लिए ट्रेड फाइनांस की कमी को दूर करने के लिए इस फंडिंग का लाभ उठाने हेतु प्रतिबद्ध हैं।”
वोलोफिन ने अपने इनोवेटिव दृष्टिकोण के कारण सबका काफी ध्यान खींचा है। कंपनी का लक्ष्य लघु और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को फ्लेक्सिबल लेंडिंग समाधान प्रदान करना है, ताकि अत्याधुनिक वित्तीय उपकरणों और तकनीक का इस्तेमाल करके विकास के अवसरों का फायदा उठाया जा सके और जटिल सप्लाई चेन्स को संभाला जा सके। वोलोफिन ने उत्कृष्टता के अपने वादे को बनाए रखने और अपने ग्राहकों को वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करने के लिए कई बड़े ग्लोबल बैंक्स और वित्तीय संगठनों से कार्यनीतिक साझेदारी की है। सिंगापुर में स्थित, इस कंपनी ने यूएसए और भारत में अपनी मौजूदगी स्थापित की है।
यह फंडिंग फिनटेक उद्योग में वोलोफिन की तेज़ उपलब्धियों का प्रमाण है। इस साझेदारी की मदद से, कंपनी ने आज के बदलते वैश्विक परिदृश्य में नवाचार को आगे बढ़ाने, सहयोग को बढ़ावा देने, और एसएमई को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया है।