नई दिल्ली में वर्ल्ड बुक फेयर की शुरुआत: युवाओं में दिखा उत्साह

3/2/2023 8:13:58 PM

गुडगांव ब्यूरो : नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 25 फरवरी से New Delhi World Book Fair (NDWBF)  की शुरुआत हो गई है, और ये बुकफेयर 5 मार्च तक चलेगा। दिल्ली में किताब पढ़ने के काफी शौकीन लोग रहते है, जो इस बुक फेयर का बेसब्री से इंतजार करते है। इस बुक फेयर के लिए कुछ मेट्रो स्टेशन से टिकिट प्राप्त कर सकते है।  कोरोना के बाद बुक फेयर में दोबारा पहले जैसी रौनक दिख रही है। बच्चों के साथ खासकर युवाओं में इस बुक फेयर को लेकर काफी दिलचस्पी दिखाई दे रही है। इसी के साथ नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित न्यू दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर के पचास वर्ष भी पूरे हो गए है। यह एशिया का सबसे बड़ा बुक फेयर है।

 

'आज़ादी का अमृत महोत्सव' है थीम

NDWBF 2023 यह भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हो रहा है, इसलिए इस बार की थीम 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' रखी गई है। इसे देखते हुए मेले में आपको स्वतंत्रता संग्राम और इसके नायकों पर 750 से ज्यादा किताबें और अन्य चीजें मिल रही है। किताबें कई भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में उपलब्ध है। 

 

क्या है खास?

इसके अलावा कल्चरल प्रोग्राम, इंटरनेशनल इवेंट कॉर्नर भी है। इसके अलावा लेखक मंच है, जहां आपको कई बड़े लेखकों देखने-सुनने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा इस बार एक चिल्ड्रेन्स पवेलियन या बाल मंडप भी बनाया गया है, जहां आपको बच्चों पर फोकस्ड एक्टिविटीज़ होती है,बच्चों में किताबें पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के प्ले और स्किट भी देखे जा सकते हैं।साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रांस की लेखिका एनी एरनॉक्स सहित साहित्य की दुनिया के कई दिग्गज शामिल होंगे। इसके साथ ही G20 देशों के स्टॉल भी नजर आएंगे। इस बार 1000 से भी अधिक पब्लिशिंग हाउस इस बुक फेयर में हिस्सा ले रहे है। कई सारे पब्लिशिंग हाउस अपनी नई किताबे भी बुक फेयर में लॉन्च कर रहे है, इसके अलावा कई सारे लेखक अपनी साइन्ड कॉपीज भी देते देखे जा सकते है। पाठक लोग अपने पसंदीदा लेखकों को अपने बीच पाकर काफी उत्साहित दिखे। 

 

 

खुशी की बात यह है की अंग्रेजी के साथ भारतीय भाषाओं में लिखी किताबों के लिए भी लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। नामी लेखकों के अलावा कई सारे नए लेखक भी बुक फेयर में आए है जिनकी किताबें हाल ही में बेस्टसेलर रही थी। नए लेखकों को अपनी किताबें पब्लिश करने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय पब्लिशिंग हाउस बिगफूट पब्लिकेशंस ने भी हॉल नं. 5 में स्टॉल नं. 328 पर अपनी स्टॉल यहां लगाई है। यह बिगफूट पब्लिकेशंस की स्टॉल आकर्षण का केंद्र रही । बिगफूट पब्लिकेशंस अंग्रेजी ही नहीं बल्कि हिंदी, तमिल, तेलुगु आदि भारतीय भाषाओं के साथ क्षेत्रीय बोलियों में भी किताबे पब्लिश करता है। इस स्टॉल पर बिगफूट पब्लिकेशंस की सारी लोकप्रिय किताबे उपलब्ध है, और खरीदी जा सकती है।

 

पब्लिशिंग हाउस के स्टॉल लगाने से किताबों की सेल तो बढ़ती ही है, साथ ही लेखकों से मिलने का मौका भी मिलता है, और उनकी लोकप्रियता भी बढ़ती है। बिगफूट पब्लिकेशंस के संस्थापक दीपक यादव जी ने बताया है की न्यू दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर लेखकों और पाठकों के लिए एक कॉमन मंच की तरह काम करता है, और इस साल पब्लिक से काफी पॉजिटिव रिस्पॉन्स देखने को मिला है। लोग फिक्शन , नॉन फिक्शन आदि सभी तरह की किताबे खरीद भी रहे है और गिफ्ट भी कर रहे है। 

 

भारतीय भाषाओं के लेखकों को अपनी किताबें पब्लिश करने में बिगफूट पब्लिकेशंस ने अहम भूमिका निभाई है। बिगफूट ने न सिर्फ नए लेखकों को मौका दिया है, बल्कि ऑनलाइन और ऑफलाइन डिस्ट्रीब्यूशन से दूर दराज गांवों तक किताबों को पहुंचाया है। इसके अलावा किताबों को ई-बुक और ऑडियोबुक में उपलब्ध कराकर किताबों को पुनः लोकप्रिय बनाया है। इसके साथ ही अपने इंटरनेशनल डिस्ट्रीब्यूशन की वजह से भारतीय लेखकों की विदेशों में भी पहचान बनाई है।

 

देश में आज मोबाइल फोन के चलन के कारण किताबों को पढ़ने का चलन कम होता जा रहा है,  जिस वजह  से लेखकों की आय बुरी तरह से प्रभावित हुई है, इसलिए अभिभावकों को छोटे बच्चो में बचपन से ही पढ़ने की आदत विकसित करने की जरूरत है। इसलिए इस तरह के बुक फेयर देश के कौने कौने में होने चाहिए।

Content Editor

Gaurav Tiwari