फरीदाबाद में बच्चों काे जिंदा जलाने की सीबीआई जांच हाेगी

10/21/2015 8:16:36 PM

चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 19 और 20 अक्तूबर की रात को फरीदाबाद में हुई दो बच्चों की हत्या की सीबीआई जांच करवाने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बच्चों के पिता जितेन्द्र को सरकारी नौकरी दी जाएगी और सफदरजंग अस्पताल में उपचाराधीन घायल माता का निःशुल्क उपचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिये कि पुलिस इस वीभत्स अपराध में संलिप्त शेष अपराधियों को भी तुरन्त गिरफ्तार करे।

एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि अपनी ड्यूटी में काेताही बरतने के आरोप में आठ पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है और उनके विरूद्ध नियमित विभागीय जांच शुरू की जा चुकी है। जिन पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है उनमें सदर बल्लभगढ़ के एसएचओ निरीक्षक अनिल कुमार, एएसआई वली मोहम्मद, सिपाही विकास, सन्दीप, ई/एएसआई हरि सिंह, ईएसआई श्री भगवान, सिपाही सतीश और सिपाही राम मेहर शामिल है। 11 अभियुक्तों नामतः बलवन्त, जगत, इदल, नौनिहाल, जोगिन्द्र, सूरज, आकाश, अमन, संजय, धर्म सिंह और देशराज के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 148, 149, 452, 307, 302, 436 व 34 तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज किया गया है।
चार अभियुक्त नामतः बलवन्त, धर्म सिंह, करतार और संजय को प्राथमिक जांच के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है तथा इनको अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। फरीदाबाद और मधुबन की फोरैन्सिक साइंस टीमों को सुराग मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
इस घटना का इतिहास 5 अक्तूबर, 2014 की घटना में हुई हत्या के मामले से है, जिसमें पीडि़त परिवार अभियुक्त परिवार के तीन व्यक्तियों की हत्या करने में संलिप्त था। इस सम्बन्ध में 6 अक्तूबर, 2014 को पुलिस थाना सदर, बल्लभगढ़ में भारतीय दंड संहिता की धारा 148, 149, 323, 324, 302 के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के उपरान्त अभियुक्त जगमाल, वेद प्रकाश, सुनित, सतेन्द्र, मदन को 6 अक्तूबर, 2014 को गिरफ्तार किया गया। लज्जावती को 7 अक्तूबर, 2014 को, दलबीर को 10 अक्तूबर, 2014 को, कालू को 13 नवम्बर, 2014 को, लखन और बंसी लाल को 28 नवम्बर, 2014, संतोष को 29 नवम्बर, 2014 को गिरफ्तार किया गया। 29 दिसम्बर, 2014 को चार्जशीट तैयार की गई और 3 जनवरी, 2015 को अदालत में दी गई। यह मामला अदालत में चल रहा है और दोनो अभियुक्त महिलाओं को जमानत मिली हुई है।