चुनावी साल म्हैं रोजै ई न्यारे गठजोड न्यारे दावे अर पुरानै वादे

2/11/2019 1:06:46 PM

चंडीगढ़(मीनू): लोकसभा चुनावां नै तो महीने दो का टेम पडया सै पर राजनीतिक पार्टियां नै अपने जोड तोड सुरु कर दिए सै:करैं बी क्यू ना हर कोई अपना खूंटा मजबूत करना चावै। इसी तरैं दिल्ली आली पार्टी नै तो भतीजेआं गेल तालमेल बिठा लिया सै। जींद आले इलैक्शन म्हैं गेल लड बी लिए सैं अर अपने पैंच ठीक तरैं कस बी लिए सैं। भतीजेआं का तो होंसला जमा बढया पडया सै। अर यू इब बाकी छोटे बडे दलां गेल अंदरखाते बात बी कर रहै सैं। दिल्ली आली पार्टी के नेता नै तो पहल्यां इ कवै कै उन्नै सत्ताधारी पार्टी नै हटान का चाव राखन आली किसी पार्टी तै कोई परहेज कोनी।

अर परहेज करैं बी क्यूं इस तरैं के समझौते करन म्है इन्नै बिछी बिछाई चाल पै दाव ई तो लगाना सै बाकी काम तो इनका आसान हो ई ज्यागा। नीली पगड़ी आले बी इब्ब प्रदेस म्हैं उछल कूद करन लाग रहै सैं। इब्बी तो वा एकला लडन की बात कर रहै सैं पर पहल्यां हरी पगड़ी आलेआं गेल होआ करै थै। हाथ आले इब्बी रननीति बनान लाग रहैं सैं। हाथी आली भैन जी नै तो अपना समझौता आटो गेल कर लिया सै। हरी पगड़ी आले इब्बी पार्टी नै संभाल रहैं सैं कयूकी इनके विधायक इब्ब डावांडोल सैं। इलैकशनां दोरै इतना तो होया ई करै। आन आलै टेम म्हैं कुछ और राजनीतिक बदलाव देखन नै मिल सकैं।

Deepak Paul