मांगों के लिए पटरियों पर लेटे आंदोलनकारी, 2 घंटे बाधित रहा रेल यातायात

2/26/2017 5:01:53 PM

हिसार (संदीप सैनी):जाट संघर्ष समिति के रामायण गांव के रेलवे ट्रक के नजदीक चल रहे धरने पर 29वें दिन काला दिवस पर अप्रत्याशित जनसैलाब काली चुनरी और काली पगड़ी के रूप में उमड़ा नजर आया। अप्रत्याशित भीड़ मे कुछ युवकों ने रामायण गांव के फाटक पर हिसार- रेवाड़ी रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और रेलवे फाटकों को तोड़ डाला। वहीं रेलवे ट्रैक के चारों तरफ छावनी के रूप में तैनात आरएएफ व पुलिस के जवान तमाशबीन बन यह सबकुछ देखते रहे और करीब 2 घंटे तक रेलवे ट्रैक बाधित रहा।
जाट नेताओं ने युवकों को समझा कर रेलवे ट्रक खली करवाया। हांसी रेलवे स्टेशन पर पहुंची सभी ट्रैनों को स्टेशन पर ही रोक दिया गया और हिसार से भिवानी जाने वाली मालगाड़ी जो कि सातरोड रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई थी उसे बैक गियर लगाकर वापिस हिसार भेज दिया गया। सूचना मिलने पर डीसी निखिल गजराज, एसपी राजेंद्र मीणा, एसपी क्राइम सुरेंद्र पाल, एएसपी राजेश कुमार, डीएसपी नरेंद्र कादयान, डीआरओ ब्रह्मप्रकाश अहलावत, डीएसपी गीतिका जाखड़ सहित जिले के आला प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने फाटक के दोनों ओर मानव श्रृंखला बना और ट्रैक के दोनों ओर भारी पुलिस बल तैनात कर करीब दो घंटे बाद एक मालगाड़ी को वहां से गुजारा। 

धरने पर उमड़े काली चुनरी व काली पगड़ी में जनसैलाब को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता रामभगत मलिक ने कहा कि आज के इस जनसैलाब को देखकर सरकार को चेतना चाहिए। यह काला दिवस सरकार की जाट विरोधी मंशा को साफ दर्शाता है कि समुदाय के लोगों में इस सरकार के खिलाफ कितना आक्रोष है। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर बिना अधिकारियों को उनके पास बातचीत के लिये भेजती है। इसलिये दो दौर की बात का कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा कि पूर्व घोषित एजेंडेे के अनुसार काला दिवस के बाद एक मार्च को वो सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाकर दिल्ली में जाने वाली दूध, सब्जी व अन्य सामग्री सील कर देंगे और उसके बाद दिल्ली कूच कर जाएंगे।  

फाटक टूटने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की चेहरों की हवाईयां उड़ी हुई नजर आई आखिर इतना पुलिस व आरएएफ के जवान तैनात होने के बाद रेलवे फाटक भीड़ के द्वारा तोड़ दिया गया। रेलवे लाइन के दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में पैरामिलीट्री फोर्स, रेलवे पुलिस व हरियाणा पुलिस के जवान तैनात कर दिये गये। इससे पहले की कोई अप्रिय घटना घटे रेलवे प्रशासन फाटक को पुन: ठीक करने की कवायद में लग गया।