सरपंच से तंग आकर 11 पंचों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

8/7/2018 10:25:50 PM

बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): बहादुरगढ़ के छारा गांव के 11 पंचों ने सरपंच की कारगुजारियों से तंग आकर सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। गांव के पंचों ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में जाकर अपना इस्तीफा सौंपा है। इस दौरान पंचों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर भी शिकायत के बावजूद समय पर जांच नहीं करने के आरोप लगाए हैं। साथ ही गांव के सरपंच जितेंद्र पर स्ट्रीट लाइट लगवाने में घोटाला करने और गांव की गलियों में लगाए गए डस्टबिन को चोरी होने की गलत रिपोर्ट दर्ज करवाने के भी आरोप लगाए हैं।



पंचों का कहना है कि गांव का सरपंच जितेंद्र अपनी मनमर्जी से काम करता है और गांव के पंचों की कभी बैठक भी नहीं बुलाता। उन्होंने सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव की गलियों में जो स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई हैं। वह निम्न स्तर की है और उन पर पैसे ज्यादा खर्च किया गया है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरपंच जितेंद्र ने गांव में जो डस्टबिन कभी लगाए ही नहीं, ऐसे डस्टबिन चोरी हो जाने की रिपोर्ट सदर थाना बहादुरगढ़ में दर्ज करवाई है। जिस के विरोध में ग्रामीणों ने पुलिस के आला अधिकारियों को भी एफआईआर रद्द करने की मांग की थी। उसमें ग्रामीणों ने हस्ताक्षर करके पुलिस अधिकारियों को साफ-साफ बताया था कि गांव में यह डस्टबिन कभी लगे ही नहीं तो चोरी कहां से होंगे।

इतना ही नहीं उन्होंने सरपंच के खिलाफ 5 बार सीएम विंडो, पांच बार जिला उपायुक्त और बीडीपीओ कार्यालय में भी शिकायत दी। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने पिछले महीने जिला उपायुक्त को सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी सौंपा था। जिसके बाद भी अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नहीं की।

बता दें कि छारा गांव की पंचायत में 20 वार्ड है। जिनमें से 11 पंचों ने सरपंच के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण रोष स्वरूप अपना सामूहिक इस्तीफा सौंपा है। अब देखना यह होगा की पंचों के इस्तीफे देने के बाद भी अधिकारियों के कान पर जूं रहती है या घोटालों के आरोप लगने के बावजूद भी सरपंच अपने पद पर काबिज रहेगा। 

Shivam