देश के सबसे प्रदूषित 22 शहरों में 12 हरियाणा के, फतेहाबाद और बहादुरगढ़ की हवा सबसे खराब

10/27/2020 9:22:23 AM

चंडीगढ़ (विजय गौड़): हरियाणा में पराली जलने के मामले इतने अधिक बढ़ चुके हैं कि वायु प्रदूषण के मामले में प्रदेश अन्य राज्यों को पीछे छोड़ चुका है। आलम यह है कि देश के सबसे प्रदूषित 22 शहरों में से 12 हरियाणा के हैं। सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की ओर से सोमवार शाम जारी बुलेटिन ने हरियाणा के लिए खतरे घंटी बजा दी है। प्रदेश अब गैस चैंबर की ओर बढ़ रहा है। बुलेटिन में जिन 22 शहरों का नाम आया है वहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) बेहद खराब दर्ज किया गया है। यही नहीं, सी.पी.सी.बी. ने सभी शहरों में हवा की गुणवत्ता में फिलहाल सुधार होने की उम्मीद नहीं जताई है।

फतेहाबाद (379) और बहादुरगढ़ (363) दो ऐसे जिले हैं जिनकी हवा पूरे प्रदेश में सबसे खराब है। सी.पी.सी.बी. के अनुसार ए.क्यू.आई. 301 से 400 के बीच हो तो हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होती है। विशेषज्ञों अनुसार ऐसी स्थिति में सांस लेने में परेशानी हो सकती है। साथ ही फेफड़े सही से काम न करें तो सांस की गंभीर बीमारियां होने का भी खतरा रहता है। 

पराली जलने के कुल मामले 4284 तक पहुंचे
सभी कोशिशों के बावजूद इस साल हरियाणा में पराली जलने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (एच.एस.पी.सी.बी.) से जुटाए डाटा के अनुसार एक माह में ही हरियाणा में पराली जलाए जाने के 4284 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जबकि 25 सितंबर को पराली जलाए जाने का आंकड़ा केवल 15 ही था। सबसे अधिक पराली जलाने के मामले करनाल में आए हैं। इस जिले में 26 अक्तूबर की शाम तक 806 मामले सामने आ चुके हैं। दूसरे स्थान पर कैथल (749), तीसरे पर कुरुक्षेत्र (716), चौथे पर अंबाला (564) और 5वें पर फतेहाबाद (377) है। अधिकारियों के अनुसार इस साल भी सभी जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन मामले बढऩा चिंताजनक विषय है। 

हरियाणा के शहर टॉप-22 में
शहर        ए.क्यू.आई.
फतेहाबाद    379
बहादुरगढ़    363
बल्लबगढ़    337
भिवाडी     331
धारुहेड़ा        313
फरीदाबाद    323
हिसार        335
जींद        334
कैथल        301
कुरुक्षेत्र        312
पानीपत        301
यमुनानगर    323

Isha