सरकारी वेयरहाउसिंग से गेहूं के 1398 बैग गायब, इंचार्ज सहित 4 पर केस दर्ज

4/30/2018 10:45:00 AM

पानीपत (संजीव नैन): हरियाणा राज्य वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन के पानीपत की नई अनाज मंडी से गेहूं का घोटाला उजागर हुआ है। आरोप है कि गोदाम के प्रबंधक, सुपरवाइजर ने 2 अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर 12 लाख रुपए की कीमत का 699 क्विंटल गेहूं गायब कर दिया है। कार्पोरेशन द्वारा करवाई गई जांच में ये तथ्य सामने आने के बाद थाना चांदनी बाग पुलिस ने हरियाणा स्टेट वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक सतबीर सिंह की शिकायत पर तत्कालीन जे.टी.ए. इंचार्ज, गोदाम कीपर व तथा 2 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों सहित 4 के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

30 बैग गबन की शिकायत से शुरू हुई कार्रवाई
हरियाणा राज्य वेयरहाऊस कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक सतबीर सिंह ने पुलिस को बताया कि गोदाम कीपर विवेक कुमार जो वर्तमान में स्टेट वेयरहाऊस समालखा में मैनेजर हैं, ने पंचकूला मुख्यालय को शिकायत भेजी थी कि स्टेट वेयरहाऊस पानीपत-।। की जे.टी.ए. इंचार्ज ज्योति ने सरकारी स्टॉक से 30 बैग गेहूं गलत तौर पर जारी करके उसका गबन किया है और अनाज मंडी के सतीश कुमार के नाम से फर्जी रसीद जारी की है। शिकायत पर पंचकूला मुख्यालय द्वारा सतबीर सिंह जिला प्रबंधक (क्यू.सी.) पंचकूला, जिला प्रबंधक अम्बाला यशपाल सिंह तथा एस.एस. रंधावा जिला प्रबंधक कुरुक्षेत्र की 3 सदस्यीय जांच टीम का गठन कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। कमेटी द्वारा 2017 में 22, 23 व 25 सितम्बर को की गई गहन जांच में 149 बैग गेहूं कम पाया गया। इसके अलावा रजिस्टरों में अन्य कई प्रकार की अनियमितताएं पाई गई।

यूं हुआ गेहूं का गोलमाल
टीम द्वारा की गई गहन छानबीन में पाया कि गोदाम से 525 बैग कम या गायब पाए हैं जिनमें करीब 262.5 क्विंटल गेहूं था। इसके अलावा 967 बैगों से काफी मात्रा में गेहूं निकाला गया था जिन्हें पूरा करने करने में करीब 250 क्विंटल गेहूं लगा, जोकि 459 बैगों को खोलकर उनमें से 229.5 क्विंटल गेहूं को पूरा किया गया। इसके अलावा मिलावट के खेल के चलते भी 414 बैग कम हुए हैं। इनकी वजह से 207 क्विंटल गेहूं का चूना विभाग को लग गया है। जांच में तथ्य सामने आए कि कागजी कार्रवाई में 32.97 क्विंटल गेहूं को गोलमाल किया गया। इस प्रकार से कुल मिलाकर 1398 बैग में करीब 698 क्विंटल गेहूं का गबन होने का मामला उजागर हुआ है।

इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
थाना चांदनी बाग पुलिस ने नई अनाज मंडी से 1398 बैग गेहूं गायब होने के इस मामले में सतबीर सिंह की शिकायत पर तत्कालीन जे.टी.ए. व वर्तमान में वेयर हाऊस कार्पोरेशन पिपली की जिला प्रबंधक ज्योति, पानीपत के गांव सिवाह स्थित कार्पोरेशन के गोदाम कीपर मैनेजर विकास कुमार, पानीपत कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अशोक कुमार व 2 अप्रैल तक पानीपत के कार्पोरेशन कार्यालय में नियुक्त रहे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजबीर सिंह के खिलाफ भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

केस के जांच अधिकारी ए.एस.आई. सुभाष का कहना है कि पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है। विभाग की ओर से जिनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। उन चारों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए थाने में बुलाया जाएगा तथा उनका पक्ष भी जाना जाएगा। पूरी जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 

इनके कार्यकाल में हुआ सारा खेल
जे.टी.ए. ज्योति जिनका कार्यकाल फरवरी, 2015 से 26 अक्तूबर, 2017 तक यहां रहा। वर्तमान में वे पिपली में वेयर हाऊस कार्पोरेशन की जिला प्रबंधक हैं। विवेक कुमार जो 10 मई, 2016 से 26 अक्तूबर, 2017 तक स्टोर कीपर रहे वर्तमान में वे स्टेट वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन समालखा में मैनेजर हैं। अशोक कुमार जुलाई, 2016 से 4 जून, 2017 तक  में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर रहे, अब वे जिला कार्यालय में हैं। राजबीर सिंह 1 जून, 2017 से 4 अप्रैल, 2018 तक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर रहे अब वे जिला कार्यालय में हैं।

अनियमितता मिलने पर लिया निर्णय
जिस पर पूरे स्टॉक के जांच का निर्णय लिया गया, जिसके लिए जसवीर सिंह एम. (क्यू.सी.),  प्रदीप कुमार जे.टी.ए., दयानन्द, अमीचन्द व श्रवण कुमार गोदाम कीपर की टीम को पूरी छानबीन सौंपी गई। विभाग द्वारा तत्कालीन जे.टी.ए. व वर्तमान में वेयरहाऊस कार्पोरेशन पिपली की जिला प्रबंधक ज्योति को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने छानबीन कार्य में भाग न लिया। बाद में उक्त टीम द्वारा की गई गहन छानबीन में तथ्य सामने आए कि कुल मिलाकर 1398 बैग का गोलमाल सामने आया है। इसके चलते 12 लाख का नुक्सान विभाग को हुआ है।

मामले अभी और भी हो सकते हैं
विभाग को जांच में यह भी सामने आया है कि गोदाम नम्बर 2 में पड़े 816 बैग गेहूं नए बारदाने में भरे गए हैं। ये बैग जिन 4 लोगों के नाम से दिखाए गए हैं वे जौंधनकलां से रहने वाले हैं जो कि यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर हैं। जबकि इसराना में भी गोदाम है जहां पर ये रखे जा सकते थे। एक अन्य बात ये भी सामने आई हैं ये स्टाक 4 अलग-अलग लोगों से संबंधित दिखाया गया है जबकि सभी को एक ही लाट में रखा गया है और उन पर कोई अलग निशानी भी नहीं लगाई गई है। पूछताछ में उक्त चारों में से 2 से पूछताछ में सामने आया है कि मामला संदिग्ध है क्योंकि वे अपने बारदाने की सही पहचान नहीं बता पाए। 
 

Nisha Bhardwaj