चौधरी भजनलाल की 13वीं पुण्यतिथि, पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन, पूर्व विधायक लहरी सिंह, एडवोकेट विजय बंसल ने दी श्रद्धांजलि
punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2024 - 04:39 PM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): पूर्व मुख्यमंत्री, युगपुरूष एवं बिश्नोई रत्न स्व. चौ. भजनलाल की 13वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में सोमवार सुबह बिश्नोई सभा पंचकुला द्वारा बिश्नोई सभा प्रधान लीलू राम गोदारा के नेतृत्व में बिश्नोई भवन सेक्टर-15 में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर पुण्य व महान आत्मा को पूर्व डिप्टी सीएम चौधरी चंद्रमोहन, पूर्व विधायक लहरी सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं पूर्व चेयरमैन एडवोकेट विजय बंसल, बिश्नोई सभा पंचकूला प्रधान लीलूराम गोदारा सहित अन्य गणमान्य लोगों द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के तुरंत बाद बिश्नोई मंदिर भवन गेट पर चौधरी भजनलाल जी की याद में दूध, हलवा और चने का प्रसाद भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व डिप्टी सीएम चंद्र मोहन ने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं उन लोगों का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने आज के कार्यक्रम का आयोजन किया। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा कि आपने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल को श्रद्धा सुमन अर्पित किए, आप सभी लोग चौधरी भजनलाल जी के सेवा भाव के कार्य को आगे बढ़ाते हुए इस इलाके के लोगों की सच्चे मन और लगन से सेवा करेंगे तो वास्तव में चौधरी भजनलाल जी को वही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। चंद्रमोहन ने कहा कि वैसे तो चौधरी भजनलाल ने अनेक विकास कार्य करवाए है फिर भी विशेषकर कालका और पंचकूला के लिए के विकास के लिए उनके कुछ सपने अधूरे रह गए थे हम सभी मिलकर उनके सपनों को पूरा करेंगे।
इससे पूर्व उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश सचिव एडवोकेट विजय बंसल ने कहा कि जननायक चौधरी भजनलाल 36 बिरादरी के नेता थे उन्होंने हरियाणा प्रदेश का चौमुखी विकास करवाया। विजय बंसल ने कहा कि तत्कालीन कालका विधायक भाई चंद्र मोहन की सिफारिश पर मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल ने विशेषकर उस समय के कालका विधानसभा के शहर पंचकूला को 15 अगस्त 1995 को जिला बनाया, इससे पूर्व 15 अगस्त 1993 को कालका को सबडिवीजन का दर्जा दिया, हरियाणा के अस्थाई कर्मचारियों को रेगुलर किया, पिछड़े क्षेत्र में गिने जाने वाले पंचकुला, अंबाला और यमुनानगर जिलों के विकास के लिए शिवालिक विकास बोर्ड का गठन किया, हरियाणा प्रदेश के सरकारी विभागों के 90 प्रतिशत मुख्यालय पंचकूला में बनाए गए, श्री मनसा देवी श्राइन बोर्ड का गठन किया गया, कई सड़के बनाई गई, शिवालिक विकास बोर्ड के तहत सैकड़ों सिंचाई के ट्यूबवेल लगवाए गए, कालका क्षेत्र के सैकड़ो लोगों को रोजगार दिया, कालका में आईटीआई संस्थान, नानकपुर में पॉलिटेक्निक संस्थान चौधरी भजनलाल जी की ही देन है, कालका राजकीय महाविद्यालय में एमए की कक्षाएं आरंभ करवाई गई, कालका क्षेत्र के कई लोगों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया गया, पूर्व मंत्री सरदार लक्ष्मण सिंह को राज्यसभा का सदस्य बनवाया।
विजय बंसल ने कहा कि चौधरी भजनलाल जी ने कालका को चंद्र मोहन जैसा वह विधायक दिया जिसने कालका विधानसभा क्षेत्र में अनेक विकास कार्य करवाए इसके लिए समस्त इलाका वासी चौधरी भजनलाल के सदैव ऋणी रहेंगे। चौधरी भजनलाल जी ने इतने अधिक विकास कार्य करवाए उन्हें बताते हुए कई घंटे लगेंगे।
रेलवे विभाग से सेवानिवृत पूर्व अधिकारी एमएल कश्यप ने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि चौधरी भजनलाल जी ने कालका में इतने अधिक विकास कार्य करवाए कि लोग आज भी उन्हें स्मरण करते हुए फिर से उसी सुनहरे दौर के लौटने की कामना करते हैं। वास्तव में चौधरी भजनलाल जी की आम लोगों से मिलने की और उनकी कार्यशाली अद्भुत थी।
पूर्व विधायक लहरी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल जी के साथ कई वर्षों तक काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि चौधरी भजनलाल जी कभी चुनाव नहीं हारे वे तीन बार लोकसभा से के सांसद चुने गए, एक बार केंद्रीय कृषि मंत्री रहे, अनेक बार विधायक चुने गए और सबसे ज्यादा तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री भी बने।
बिश्रोई सभा पंचकूला प्रधान लीलू राम गोदारा ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल द्वारा करवाए गए विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर कार्यक्रम में लीलूराम गोदारा प्रधान बिश्नोई सभा पंचकुला, रविंद्र रावल, शशि शर्मा, अरुण मादरा, आर कक्कड़, सोहनलाल, एडवोकेट यशपाल राणा, ओम शुक्ला, आदर्श यादव, सदरु खान, गुरु प्यारा डोड, महेंद्र खोहवाल, अजय बब्बल, पार्षद गुरमेल कौर, डॉ रामप्रसाद, रजत राना अरुण पल्लू आदि अन्य लोग भी मौजूद थे।विनोद थापन, रविपाल बिश्नोई, नेकी राम बिश्नोई, प्रेम जानी, सुभाष सीगड़, सुभाष जांगू, राजिंदर बिश्नोई, सतीश बिश्नोई, दलीप पूनिया, दलीप जोहर, जयपाल, विक्रम, आलोक बिश्नोई, दिनेश, मेजर सुमन, राज कुमार जानी, जगदीश, अनूप कुमार विजय शर्मा, सुरजा राम व असंख्य महानुभाव उपस्थित रहे।