खुलासा: घाटे को पूरा करने के लिए लॉरेंस बिश्रोई के नाम पर मांगी थी 2 करोड़ की रंगदारी

7/13/2021 8:19:04 PM

यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय): लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम बता कर आढ़ती से दो करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सीआईए वन ने सुलझा लिया है। इस मामले में सीआईए-1 ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि व्यापार में हुए घाटे को पूरा करने के लिए आरोपियों ने रंगदारी मांगने की योजना बनाई और फर्जी सिम कार्ड लेकर आढ़ती को फोन किया। इस मामले में जांच के बाद एक आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है वहीं अन्य दो आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। पकड़े गए आरोपी गुरमुख से एक पिस्टल और आठ राउंड भी बरामद किए हैं। 

सीआईए-1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर राकेश मटोरिया ने बताया कि इस मामले में टीम ने जागधौली निवासी गुरमुख सिंह, रणबीर सिंह व सोनीपत के गांव अगवानपुर निवासी मनजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी रणबीर सिंह मोबाइल की दुकान चलाता है, उसने ही आरोपी गुरमुख सिंह को काल करने के लिए सिम उपलब्ध कराई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में मोबाइल नंबर के आधार पर केस की तफ्तीश शुरू की गई है। जिस नंबर से यह काल की गई थी, वह नवांशहर के सतीश कुमार के नाम से चल रहा था। जब उससे पूछताछ की, तो सामने आया कि उसने अपना मोबाइल नंबर रणबीर सिंह की दुकान से पोर्ट कराया था। जब पुलिस ने रणबीर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरा मामला खुल गया।

रणबीर से यह सिम गुरमुख सिंह ने ली थी। इसके लिए उसे दो हजार रुपये दिए गए थे। पूछताछ में पता लगा कि गुरमुख सिंह का राइस मिल था। उस पर काफी कर्जा हो चुका था। चावल न लौटाने पर हरियाणा वेयर हाउस की ओर से उस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए वह गायब हो गया था और इस दौरान पंजाब के अंडेसरा में ढाबे पर रहने लगा। वहीं पर उसकी मुलाकात मनजीत सिंह के साथ हुई। मनजीत सिंह भी अंडेसरा गांव में ही रहता था। दोनों की आपस में बातचीत हुई। मनजीत सिंह से उसने बात की, तो मनजीत ने कहा कि किसी बड़े व्यापारी से पैसा वसूलते हैं। कॉल करने के लिए गुरमुख सिंह ने गांव के ही रणबीर सिंह से सिम लिया। इसके बाद गुरमुख सिंह यहां से मनजीत के पास गया। 

दोनों ने अंडेसरा में कार में बैठकर प्रदीप मित्तल को काल की और लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य अक्षय पालड़ा का नाम लेकर दो करोड़ की रंगदारी मांगी। इंस्पेक्टर राकेश मटोरिया ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिम देने के वाले आरोपी रणबीर को जेल भेज दिया गया। दो अन्य आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है। उनसे देसी पिस्टल व आठ कारतूस बरामद हुए हैं। यह भी पता लगाना है कि इनका लारेंस बिश्नोई गैंग से कोई सम्बंध है या नहीं। 

बता दें कि आढ़ती प्रदीप मित्तल ने सेक्टर-17 थाने में दी शिकायत में बताया था कि उनके मोबाइल पर सात जुलाई की रात फोन कर पैसे मांगे व जान से मारने की धमकी दी। उसने अपना मोबाइल रिकार्डिंग पर लगाकर अपने दोस्त मनोज गोयल को दे दिया। इसके बाद दोबारा फोन आया, तो उनसे दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। रुपये नहीं देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। फोन करने वाले ने अपना नाम लारेंस बिश्नोई गैंग से अक्षय पालड़ा बताया था। इस शिकायत पर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
 

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Content Writer

Shivam