नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह के 2 सदस्य गिरफ्तार

2/4/2018 12:28:37 PM

फरीदाबाद(ब्यूरो): नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर उनसे घरेलू नौकरानी का काम करवाने और अपनी हवस का शिकार बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। आरोपी झारखंड व अन्य ग्रामीण इलाकों से परिजनों को लालच देकर लड़कियों को घरेलू काम दिलवाने के बहाने खरीदकर दिल्ली-एन.सी.आर. में ले आते थे। इसके बाद इन लड़कियों का यौन शोषण करते थे और उनसे घरों में भी काम करवाते थे। घरों से काम के बदले मिलने वाले वेतन को वह उनसे मारपीट कर छीन लेते थे। पिछले दिनों एक नाबालिग लड़की ने चाइल्ड हैल्पलाइन की मदद से पुलिस को यह जानकारी दी थी। पुलिस ने गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है जबकि गिरोह में शामिल दम्पति पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

डी.सी.पी. सेंट्रल भूपेंद्र सिंह ने बताया कि गत 28 जनवरी को झारखंड निवासी 15 वर्षीय एक लड़की ने पुलिस को शिकायत दी थी कि करीब 2 साल पहले सुरेंद्र नामक व्यक्ति उसकी नानी को 4 हजार रुपए देकर उसे खरीदकर यहां लाया था। यहां धीरज नगर स्थित एक मकान में उसे रखकर कई दिन तक यौन शोषण करता रहा। जिसके बाद वह उसे घरेलू काम के लिए दिल्ली के एक मकान में छोड़ आया। करीब 15 दिन पहले सुरेंद्र का साथी मणी मिश्रा उसे दोबारा यहां ले आया। सुरेंद्र व मणी मिश्रा ने मारपीट कर उसके वेतन के 30 हजार रुपए छीन लिए। यहां मणी मिश्रा ने भी उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच अपराध शाखा सेक्टर 30 को सौंपी थी। शुक्रवार को पुलिस ने सुरेंद्र को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की।

सुरेंद्र ने बताया कि वह लड़कियों को झारखंड से लाने के बाद मणी मिश्रा व उसकी पत्नी ओनिमा मिश्रा को 15 से 20 हजार रुपए में बेच देता था। दम्पति लड़कियों को घरेलू काम के लिए एन.सी.आर. के शहरों में सप्लाई करते थे। सुरेंद्र ने बताया कि मणी मिश्रा ने लड़कियों को रखने के लिए एक अलग मकान लिया हुआ है। जहां फिलहाल 3 लड़कियां और मौजूद हैं। इन लड़कियों की देखभाल के लिए दम्पति ने अरुण नामक युवक को काम पर रखा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने मकान में छापा मार कर तीनों लड़कियों को बरामद कर अरुण को भी गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस मणी और ओनिमा मिश्रा की तलाश में जुटी है।