फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले में 2 पुलिसकर्मी सस्पैंड, 16 आरोपी गिरफ्तार, विभिन्न मामलों में 7 FIR दर्ज

2/5/2022 8:41:39 AM

करनाल : पुलिस फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह को पकड़े के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। पासपोर्ट बनवाने वाले गिरोह के 3 एजैंटों, 2 पुलिस कर्मी, दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय के एक अधिकारी, पासपोर्ट बनवाने वाले 4 पात्रों सहित 16 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पैंड भी कर दिया गया है। पासपोर्ट जारी होने वालों में से 4 को करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 2 को पंजाब पुलिस ने पकड़ा हुआ है। पुलिस ने उनके लिए प्रोडक्शन वारंट मांगा है। पंजाब समेत अन्य राज्यों के 21 अपराधियों के जाली पासपोर्ट बना दिए गए। इन मामलों में करनाल पुलिस ने अलग-अलग 7 एफ.आई.आर दर्ज की हैं। 

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जो यहां के रहने वाले नहीं हैं उन्होंने करनाल जिला का फर्जी पता देकर पासपोर्ट बनवाए हैं। जांच में पाया कि 21 लोग ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी पते पर पासपोर्ट बनाया है। सैक्टर 32-33 पुलिस थाना में 7 केस दर्ज हैं। फर्जी पासपोर्ट मामले में पुलिस 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिन्होंने मिलीभगत से अपराधियों के पासपोर्ट बनवाए। जिसमें करनाल सेक्टर 32-22 थाना के दो पुलिसकर्मी मुख्य मंशी हवलदार नवीन और छोटा मुंशी सिपाही राजेश को गिरफ्तार किया है। दोनों को सस्पेंड कर दिया गया। 

इनके अलावा करनाल के एजैंट अमित खटकड़, उसके साथी, दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय से अधिकारी मनीष समेत डाकिए विकास कांबोज निवासी कुंजपुरा समेत अन्य को गिरफ्तार किया गया है। अभी तक पासपोर्ट बनवाने वाले 21 में से 15 की पहचान कर ली गई है। अम्बाला, करनाल समेत 3 एजैंट भी गिरफ्तार किए हैं। पिछले 4 सालों में जो पासपोर्ट बने हैं, उनकी जांच करवाई जा रही है। जो डी.एम.सी. व अन्य डॉक्यूमैंट दिया गया वो फर्जी निकले हैं। एजैंट अमित की पुलिसकर्मियों व डाक विभाग के कर्मी के साथ सांठ-गांठ थी। इसी मिलीभगत में पासपोर्ट बनाए गए। सरकारी विभाग के जो भी कर्मचारी पाए गए थे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पैंड भी किया गया है। 

इन बदमाशों के बने हैं पासपोर्ट
पुलिस की जांच में सामने आया है कि पंजाब में आतंकवाद के मामलों में गिरफ्तार पवनदीप उर्फ तीता निवासी गुरदासपुर ने महेंद्र सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह निवासी गली नंबर 3 एस.पी. कॉलोनी, करनाल और हरजीत सिंह उर्फ चीता निवासी होशियारपुर ने तेजेंद्र सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी संधू कॉलोनी के नाम से फर्जी पासपोर्ट बने हैं। वहीं, गुरवीर, बलराज, जोबनजीत, गुरप्रीत, रणजीत, पुनीत, अमन कुमार, जोरा सिंह, समित, रोहन शर्मा, गुरमनदीप, मनजिंद्र सिंह, संदीप सिंह, ब्रास सिंह, लियाकत हुसैन शेख, नसीर अब्दुल वाहीब के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 समेत पासपोर्ट एक्ट के तहत सात केस केस दज किए हैं।  

नवम्बर से दिसम्बर 2021 में बने सभी पासपोर्ट
पुलिस कप्तान गंगा राम पूनिया ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से काम किया है। इन लोगों ने सभी आरोपियों को करनाल के अलग-अलग फर्जी पते का निवासी बताया, जबकि ऐसा कोई भी पता नहीं है। प्रति वैरिफिकेशन 20 से 25 हजार रुपए की रिश्वत लेकर थाने के मुंशी बिना जांच के ही उनकी वैरिफिकेशन रिपोर्ट सही देते रहे थे। इसके बाद इनको दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट जारी करवा लिए गए। ये सभी पासपोर्ट नवंबर से लेकर दिसंबर 2021 में ही बने हैं। पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपी पुलिस कर्मचारियों को स्पैंड कर हिरासत में ले लिया है।

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Content Writer

Manisha rana