पंजाब व राजस्थान से सटे सिरसा से जुड़े हैं ड्रग्स माफिया के तार, जज का स्टेनो भी गिरफ्तार

7/14/2020 4:04:31 AM

चंडीगढ़(संजय अरोड़ा): हरियाणा व पंजाब की सीमा से सटा सिरसा जिला अब सिंथेटिक ड्रग्स का हब बन गया है। करीब दो माह पहले देश का सबसे बड़ा तस्कर रणजीत उर्फ चीता सिरसा से पकड़ा गया तो अब पंजाब की लुधियाना पुलिस ने साहनेवाल इलाके से दो लोगों को 2.90 करोड़ की हेरोइन के साथ दबोचा है। दोनों सिरसा के रहने वाले हैं। एक अभियुक्त सिरसा के एक जज का स्टैनो है। ऐसे में नशे का नेटवर्क किस हद तक फैल चुका है,अंदाजा लगाया जा सकता है।

चीता के बाद सिरसा के 2 युवकों से इतनी बड़ी मात्रा में हेरोइन पकड़े जाने के बाद जाहिर हो गया है कि नशे कारोबार में लिप्त बड़े तस्करों के तार राजस्थान व पंजाब की सीमा से सटे सिरसा जिला से जुड़े हुए हैं। हालांकि हरियाणा पुलिस द्वारा पिछले काफी समय से पंजाब व राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर नशे के कारोबारियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें पुलिस को सफलता भी मिल रही है। 

गौरतलब है कि अफीम, चूरापोस्त के बाद चिट्टा पंजाब व हरियाणा में नौजवानी को उजाड़ रहा है। 2009 से लेकर 2018 में नशे की वजह से हरियाणा में 856, जबकि पंजाब में 722 नशेड़ी सुसाइड कर चुके हैं। यह सरकारी आंकड़ा है, जबकि जमीनी आंकड़ा कहीं और अधिक है। 2019 में हरियाणा पुलिस की ओर से मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 2677 केस दर्ज कर कुल 16 हजार 23 किलोग्राम नशीले पदार्थ बरामद किए गए। पुलिस की ओर से 2019 में 114.11 किलोग्राम अफीम, 207.83 किलोग्राम चरस, 10 हजार 168.58 किलोग्राम चूरापोस्त, 14.838 किलोग्राम स्मैक, 5502.14 किलोग्राम गांजा व 16.21 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। 

आरोपी है जज का स्टैनो
पंजाब के लुधियाना की स्पैशल टास्क फोर्स पुलिस ने रविवार को साहनेवाल क्षेत्र से दो लोगों को 2.90 करोड़ रुपए की हेरोइन के साथ दबोचा। जिनकी पहचान सिरसा के गुरुनानक नगर निवासी धीरज कुमार व राम कालोनी के रहने वाले संजय नागपाल के रूप में की गई। धीरज सिरसा में एक जज का स्टैनो है जबकि संजय एक संभ्रात घर का लड़का है। दोनों काफी समय से नशे की तस्करी में संलिप्त थे। ये दिल्ली के द्वारका से एक तस्कर से हेरोइन लाए थे और इसे पंजाब में सप्लाई करने की फिराक में थे।

इन दोनों के पकड़े जाने के बाद सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि एक जज के पास काम करने वाला स्टेनो नशे की तस्करी में संलिप्त पाया गया। सरकारी सेवा में नौकरी करने वाले का नशा तस्करी के नेटवर्क में होना दर्शाता है कि तस्करी का यह धंधा एक बड़ा गोरखधंधा बन गया है। इससे पहले कई पुलिस कर्मचारी भी नशा तस्करी के धंधे में संलिप्त पाए गए हैं और पंजाब में तो कई राजनेताओं के नाम भी चर्चा में आ चुके हैं। ऐसे में नशे के इस नेक्सस को तोडऩा बड़ी चुनौती है। अब तो बड़े पैमाने पर महिलाएं भी तस्करी कर रही हैं। 

मोस्ट वांटेड तस्कर चीता के तार जुड़े थे सिरसा से
देश के सबसे बड़े नशा तस्कर रणजीत उर्फ चीता के तार भी सिरसा से जुड़े हुए थे। चीता को एन.आई.ए., पंजाब व सिरसा पुलिस के संयुक्त ऑप्रेशन में सिरसा शहर के बेगू रोड पर बने एक मकान से 9 मई को गिरफ्तार किया था। चीता का कनेक्शन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा हुआ था। पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी। जून 2019 में 532 किलोग्राम हेरोइन बरामदगी के मामले में चीता मुख्य आरोपी था। चीता व उसका भाई करीब 8 माह से गांव बेगू में एक मकान में किराए पर रह रहे थे। रणजीत सिंह उर्फ चीता व उसका भाई गगनदीप उर्फ गगन एनआईए व पंजाब पुलिस को सदर अमृतसर थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग न.18 व आतंकी संगठनों को मदद करने के मामले में दर्ज अभियोग नम्बर 135 में मोस्ट वांटेड थे। 

19 माह में 1700 गिरफ्तार
आंकड़ों की बात करें तो 24 नवम्बर 2018 से लेकर जून 2020 तक पुलिस ने मादक पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत 1015 केस दर्ज करते हुए 1700 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस अवधि के दौरान 15 किलो 25 ग्राम 766 मिलीग्राम हेरोइन, 3641 किलो 337 ग्राम चूरापोस्त, 53 किलो 871 ग्राम अफीम, 35 किलो 206 ग्राम गांजा, 8.81 लाख नशीली गोलियां व 1.54 लाख कैप्सूल बरामद किए। सालवाइज बात करें तो पुलिस ने 2018 में 403 केस दर्ज करते हुए 689, साल 2019 में 587 केस दर्ज करते हुए 994 लोगों को और इस साल 12 जुलाई तक 418 केस दर्ज करते हुए 736 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

पिछले कुछ वर्षों में सिरसा में दर्ज केस व बरामद नशा

वर्ष केस  गिरफ्तार अफीम   चूरापोस्त स्मैक गांजा
2013  216  233 11.425 किलो  6730 किलो 368 ग्राम  11 किलो
2014  207 229 12.600 किलो 5454 किलो 269 ग्राम 15 किलो
2015  311 433  43.500 किलो 1356 किलो 101 ग्राम  61 किलो
2016  231 277  20 किलो 999 किलो 422 ग्राम 19.400 किलो
2017  186 286 15 किलो  788 किलो 110 ग्राम 152 ग्राम

पुलिस ने तोड़ी है तस्करों की कमर: अरुण सिंह 

सिरसा के पुलिस कप्तान एवं डी.आई.जी. डा. अरुण सिंह जिनकी अगुवाई में पुलिस ने पिछले करीब 19 माह में नशा तस्करों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए 1700 लोगों को काबू किया है, का कहना है कि हमने एन.आई.ए. पंजाब पुलिस के साथ मिलकर देश के सबसे बड़े तस्कर चीता को गिरफ्तार किया। नशे के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी है और इसके बाद नशा तस्करों की कमर टूटी है।

डा. अरुण सिंह का कहना है कि नशा तस्करी का नेटवर्क बहुत बड़ा है और इस पर काबू पाने के लिए पंजाब-हरियाणा दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सूचना जुटाने के लिए हमने एक टीम लुधियाना भेजी है। जो आरोपी पकड़े गए हैं, उनके बारे में पड़ताल की जाएगी, कि वे पिछले कितने समय से यह नशे का कारोबार कर रहे हैं और उनका नेटवर्क कहां-कहां तक फैला है, ताकि फिर पुलिस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम करे। उन्होंने बताया कि पिछले अढ़ाई वर्ष में पुलिस ने रिकॉर्ड मुकद्दमे दर्ज किए हैं और नशा तस्करों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है।

Pardeep