मंडियों में पहुंची 2 हजार क्विंटल अफगानी प्याज, फिर भी नहीं गिरे दाम

12/30/2019 10:29:43 AM

फरीदाबाद (ब्यूरो) : शहर की डबुआ, सेक्टर-16 सब्जीमंडी समेत बल्लभगढ़ और एक दर्जन से अधिक मंडियों में अफगानिस्तान की 2000 क्विंटल प्याज की आवक हो गई है। फिर भी अफगानी प्याज का स्वाद भारतीयों की जुबां पर नहीं चढ़ सका है। आवक हुए करीब 20 दिन से अधिक हो गए हैं। लेकिन अबतक प्याज के दामों में कुछ खास गिरावट नहीं आई है। वहीं पिछले दो महीनों से लोगों को मंहगी प्याज खानी पड़ रही है। जिसके चलते गृहणियों का बजट गड़बड़ाया हुआ है। 

आलम यह है कि अन्य सब्जियों के बढ़ते दामों ने आमआदमी के जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। जानकारों की माने तो 20 दिन पहले यह कहा जा रहा था कि  भारत ने अफगानिस्तान से प्याज मंगवाई है। जिसके चलते सब्जीमंडियों में प्याज के दामों में भारी गिरावट देखी जाएगी और प्याज की किल्कत खत्म होगी। लेकिन अफगानिस्तान की प्याज आने के बाद भी मंडियों के भावों में कोई गिरावट नहीं आई है। जिसका असर रेस्टोरेंट, होटलों और ढ़ाबों पर भी देखने को मिला है यहां भी सलाद में से प्याज गायब सी हो गई है।

वहीं प्रदेश की खट्टर सरकार भी मुक दर्शक बनकर आमजन को सब्जी मंडियों में लुटता देख रही है। लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राशन डीलरों के यहां भी सस्ती प्याज मुहैया नहीं करवाई जा रही है। वर्तमान सेक्टर-16 और डबुआ मंडी में प्याज के भाव 100 से 120 रुपए किलो बिक रहा है। लेकिन इससे आमआदमी को राहत मिलती नहीं दिख रही है। 

पहले डबुआ मंडी चेयरमैन मुकेश शास्त्री ने कहा था कि मंडियों में प्याज का आवक दिनों-दिन कम होने से प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं और अलवर व मेवात से भी प्याज आवक नहीं हो रही है। जिसका असर भी प्याज के दामों पर पड़ा है। उन्होंने कहा था कि बाजार में जब अफगानिस्तान की प्याज आएगी तब भाव में कमी आएगी। उनका कहना है कि अभी आगामी पन्द्रह दिनों बाद प्याज के दाम नीचे गिरेंगे और महाराष्ट्र की प्याज की आवाक मंडियों में शुरू हो जाएगी। 

Isha