आज से शुरू होगा पूरे देश में स्वच्छता सर्वेक्षण, जगह-जगह फैली गंदगी घटा सकती है हरियाणा की रैंकिंग

1/4/2020 11:49:03 AM

फरीदाबाद (दीपक पांडेय) : पूरे देश में शनिवार से वर्ष 2020 स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो रहा है। ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम फरीदाबाद में भी साफ सफाई को लेकर रैंकिंग तय करने के लिए आएगी। लेकिन शहर में जगह-जगह फैली गंदगी शहर की रैंकिंग को घटा सकते है। जबकि निगम अफसर अपने आफिस में बैठे-बैठे ही स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी पुख्ता होने का दावा कर रहे हैं। वहीं घर-घर से कूड़ा उठाने वाली ईकोग्रीन कंपनी भी अपना काम सही तरीके से नहीं कर रही है। अगर यही हाल रहा तो शहर की स्वच्छता रैंकिंग खराब होना तय है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की शुरुआत 4 जनवरी से हो रही है, जिसमें पूरे देश के 4000 से ज्यादा शहरों का सर्वे होगा। इसमें केंद्र सरकार की टीम शहर का दौरा कर रैंकिंग निर्धारित करेंगी। शहर को पिछली बार से बेहतर रैंकिंग मिले इसे लेकर नगर निगम के अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे हैं। यही वजह है कि अभी तक शहर को साफ सुथरा करने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। सबसे ज्यादा कूड़ा एनआईटी इलाके में है। यहां पर सेक्टरों से लेकर कॉलोनियों तक में कूड़े के ढेर लगे हुए है।

यही नहीं मुल्ला होटल से लेकर प्याली चौक तक सड़क के दोनों तरफ गंदगी देखने को आसानी से मिल जाती है। मवेशियों का गोबर भी सड़क के डिवाइडर पर पड़ा हुआ है। सेक्टर-48 का भी बुरा हाल है। नगर निगम के साढ़े तीन हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारी भी झाडू लगाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। हर रोज शहर के अंदर लगभग 1 हजार टन कूड़ा सड़क किनारे पड़ा रहता है।

इकोग्रीन गीला और सूखा कूड़ा नहीं कर रही अलग :
डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली इको ग्रीन कंपनी अपने एमओयू के अनुसार काम नहीं कर रही है। एमओयू के अनुसार गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग रखना चाहिए। जबकि कंपनी के कर्मचारी गीले और सूखे कूड़े को एक ही जगह पर डाल रहे हैं। शहर के जनप्रतिनिधि भी इको ग्रीन के लापरवाह रवैये पर नाराजगी जता चुके हैं। पिछले महीने सदन की बैठक में भी पार्षदों ने गुस्सा जाहिर करते हुए ईकोग्रीन का कॉन्ट्रेक्ट रद्द करने का प्रस्ताव रखा था।

Isha