सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर 21.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी

1/26/2021 4:07:36 PM

कैथल : आर्मी व क्लर्क की सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लोगों ने मिलकर गांव के काफी लोगों से 21 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर ली। अब कलायत पुलिस ने राममेहर पुत्र चतरु निवासी गांव बड़सौकरी खुद की शिकायत पर 3 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज  कर जांच शुरू कर दी है।

धोखाधड़ी करने वालों में शिकायकर्ता का सगा ताऊ भी शामिल है। राममेहर ने बताया कि वर्ष 2018 में उसके सगे ताऊ नफे सिंह ने कहा कि मैंने सचिन अपने दोहते को फौज में नौकरी लगया दिया है, अगर संदीप को नौकरी लगवाना है तो मैं लगवा सकता हूं। मेरा एक जानकार सुरेन्द्र है। मैंने मेरे ताऊ पर विश्वाश करके नफे सिंह व सचिन के साथ सुरेंद्र से उनकी बैठक में मिला था। मैंने उसी समय 2 लाख रुपए नफे सिंह को दे दिए थे और सुरेंद्र ने कहा कि बाकी 5 लाख रुपए बैक खाते में डाल देना। फिर सुरेन्द्र के कहे अनुसार 15 मई 2018 को मैंने 5 लाख रुपए सुरेंद्र के बैंक खाते में आर.टी.जी.एस. करवाया। गांव में भी काफी व्यक्तियों को नफे सिंह ने कहा कि मैं नौकरी लगवाता हूं। मुझे पता चला कि नफे सिंह का दोहता सचिन, संदीप को अपने साथ लेकर 17 दिसम्बर 2017 को करनाल गया।

वहां पर सचिन ने संदीप से 5 लाख रुपए लेकर सुरेंद्र के घर पर दे दिए। उसके बाद 3 लाख रुपए मुझे यह भी मालूम है कि मेरे गांव के दिलबाग के लड़के अनिल को नौकरी लगवाने के नाम पर 19 अप्रैल 2018 को 6 लाख 5द हजार रुपए दिलबाग से मेरे पिता व संदीप और साहब सिंह सरदार के सामने नफे सिंह के घर पर दिए। नफे सिंह व इनका दोहते सचिन और सुरेंद्र निवासी करनाल नौकरी लगवाने के नाम पर उससे व उसके गांव के संदीप, दिलबाग से रुपयों की धोखाधड़ी की और आर्मी, क्लर्क के फर्जी लैटर भेजे है। जांच अधिकारी सब इंस्पैक्टर रघबीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत पर आरोपी राममेहर, संदीप निवासी बढ़सीकरी खुर्द व दिलबाग के खिलाफ धारा 420 व 120बी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी। 

Manisha rana