लव जिहाद में हर साल फंस रही हरियाणा की 250 लड़कियां, इस साल फरीदाबाद में 28 मामले दर्ज

11/9/2020 8:23:33 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा में हर साल 250 लड़कियां लव जेहाद के नाम पर बलि चढ़ रही हैं। फरीदाबाद जिले से हर महीने 30 से 40 लड़कियां लव जेहाद मामलों में फंस रही हैं। एक साल से पानीपत जिले की 32 हिंदू लड़कियां गायब हैं और अब तक जानकारी नहीं मिल सकी है कि वह कहां चली गई।

लव जेहाद से लड़कियों को बचाने के लिए काम करने वाली एक हिंदू संस्था के आंकड़ों की मानें तो लॉकडाऊन के दौरान विभिन्न जिलों से 23 लड़कियों को बचाया गया है। आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा साल में मार्च से अगस्त के दौरान पंचकूला से 3, अम्बाला से 2, पानीपत से 5, सोनीपत से 3, फरीदाबाद से 3, फतेहाबाद से 1, मेवात से 6 हिंदू लड़कियों को लव जेहाद में फंसने से बचाया गया। बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की लव जेहाद के नाम पर हुई हत्या और रेवाड़ी का मामला सामने आने के बाद फरीदाबाद में लव जेहाद के अंतर्गत दर्ज एफ.आई.आर. समेत 28 मामलों की जानकारी डी.आई.जी. फरीदाबाद को सौंपी गई है।

दूसरे राज्यों से आते हैं युवक, लड़की की मदद कर फंसाते हैं प्रेम जाल में
हिंदू संस्था के अम्बाला के कार्यकत्र्ता चरण दास भोला का कहना है कि हिंदू लड़कियों को लव जेहाद से बचाने के लिए वर्ष 2006 से यह संस्था काम कर रही है। मध्य प्रदेश, हैदराबाद, जयपुर व उत्तर प्रदेश के युवा अपनी पहचान छिपाकर आते हैं। वह मोबाइल, नाई, और दर्जी की दुकान के अलावा मिस्त्री और गली-मोहल्लों में सामान बेचने का काम शुरू कर देते हैं। वे ऐसे घरों की तलाश करते हैं, जहां पिता की मौत हो चुकी होती है या पिता नशे में रहता है। लड़की की मां घर चलाने के लिए नौकरी कर रही होती है।

लड़की की शुरू में किसी न किसी तरह की मदद कर उसे प्रेम जाल में फंसाया जाता है और भगाकर शादी कर ली जाती है। शादी के बाद बताया जाता है कि वह हिंदू नहीं, मुसलमान है और फिर मायके वालों से मिलने नहीं दिया जाता। जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया जाता है। जब दो बच्चे हो जाते हैं तो अरब देशों में उसे बेचकर वेश्यावृत्ति कराई जाती है। युवक दोबारा नई लड़की को फंसाने में लग जाता है। इन युवकों को केरल के संगठनों द्वारा इस काम के लिए लाखों रुपए दिए जा रहे हैं।

विदेशों से की जा रही फंडिंग, भगाकर शादी और घुमाने के लिए अलग से पैसे
धर्म जागरण समन्वय के फरीदाबाद के कार्यकत्र्ता राकेश वत्स का कहना है कि जातिगत लड़की फंसाने के लिए विदेशों से फंडिंग की जा रही है। हिंदू ब्राह्मण लड़की को फंसाने के लिए 7 से 10 लाख, क्षत्रिय के लिए 5 से 7 लाख, सिख के लिए 7 लाख, जैन के लिए 3 लाख, गुजराती ब्राह्मण के लिए 6 लाख, पंजाबी हिंदू के लिए 6 लाख, ईसाई के लिए 4 लाख, बौद्ध के लिए डेढ़ लाख दिए जा रहे हैं। यही नहीं, पहनने के लिए बढिय़ा कपड़े और बाइक भी दी जाती है। भगाकर शादी और घुमाने के लिए अलग से पैसे दिए जा रहे हैं। लड़की के मां बनने के बाद उसे विदेशों में बेच दिया जाता है। 

वत्स का कहना है कि उनकी संस्था के कार्यकत्र्ता हर जिले में काम कर रहे हैं और ऐसे मामलों पर नजर रखकर लड़कियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। कुछ अभिभावक मामले को छिपा लेते हैं परंतु जो मदद मांगता है उसे बचा लेते हैं। संस्था की महिलाएं लड़कियों की काऊंसङ्क्षलग का काम भी कर रही हैं। लव जेहाद के सर्वाधिक मामले मेवात, यमुनानगर, जगाधरी, पानीपत, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र से सामने आ रहे हैं।

मामलों की जांच करे सी.बी.आई.
सर्व समाज फरीदाबाद संस्था ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रदेश के तमाम पुलिस थानों में लव जेहाद के अंतर्गत दर्ज मामलों की जांच सी.बी.आई. या किसी अन्य जांच एजैंसी से करवाई जाए। यह भी कहा है कि लव जेहाद की विकृत मानसिकता के प्रसार को रोकने के लिए कानून भी बनाया जाए। निकिता तोमर हत्या मामले में एस.आई.टी. जांच की निगरानी न्यायाधीश से करवाई जाए। संस्था ने निकिता तोमर के परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है।

Manisha rana