हरियाणा में लगाए जाएंगे 3 करोड़ पेड़, पंचायत की 8 लाख एकड़ भूमि के 10 प्रतिशत पर होगा पौधारोपण

6/5/2021 8:27:12 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पर्यावरण दिवस पर कहा कि प्राकृतिक ऑक्सीजन को लेने के लिए प्रदेश में एक साल में 3 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। हरियाणा में पंचायत की 8 लाख एकड़ भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे जिसका नाम ऑक्सी वन होगा। इतना ही नहीं एक वर्ष में लगे सभी पेड़ों का नाम भी ऑक्सी वन रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्राण वायु देवता के नाम से 75 साल से ऊपर के वृक्ष के रखरखाव के लिए 2500 रुपये प्रतिवर्ष पेंशन दी जाएगी और इस पेंशन में भी बुढ़ापा सम्मान पेंशन के अनुसार हर वर्ष बढ़ोतरी होगी। प्राकृतिक ऑक्सीजन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के हर गांव में पंचवटी के नाम से पौधारोपण किया जाएगा। इसके अलावा खाली जमीन पर एग्रो फोरेस्टी को भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत की आय बढ़े।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को करनाल के सेक्टर 4 के समीप मुगल कैनाल पर वन विभाग की जमीन पर ऑक्सी वन की शुरूआत की। इसके साथ वन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी. अनुपमा ने भी पंचवटी पौधारोपण किया। इस पंचवटी में बेल, बरगद, आंवला, पीपल व अशोक के पेड़ों का पौधारोपण किया। इसके अलावा, 3 अन्य परियोजनाओं की भी इसी कार्यक्रम से शुरूआत की गई। इनमें प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम, नगर वन पंचकूला का शिलान्यास, कुरुक्षेत्र तीर्थ के 134 स्थलों पर पंचवटी पौधारोपण शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन की हुई जोकि हमें पेड़-पौधों से मिलती है। प्राण वायु का कोई विकल्प नहीं, इसी कारण से इसका नाम ऑक्सी वन रखा गया है। कोरोना काल में जो भी ऑक्सीजन प्रयोग की गई वह कृत्रिम थी और प्रदेश में 300 एमटी की सप्लाई का प्रबंध किया गया। एग्रो फोरेस्टी करने वाले किसान को 3 वर्ष तक 10 हजार रुपये प्रोत्साहन स्वरूप देगी सरकार। 

इसके साथ मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत की शुरूआत की गई थी ताकि भविष्य की पीढ़ी के लिए पानी की बचत की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए धान की रोपाई को बंद करके अन्य फसल बीजने पर सरकार द्वारा प्रति एकड़ 7 हजार रुपये देने का निर्णय लिया गया था, परंतु अब सरकार ने निर्णय लिया है कि जो भी किसान एग्रो फोरेस्टी करता है और अपनी जमीन पर 400 पेड़ लगाता है तो उसको हरियाणा सरकार 7 हजार रुपये की जगह 10 हजार रुपये 3 वर्ष तक देगी। उन्होंने कहा कि वृक्षों को बचाना जरूरी है, इसके लिए ऐसे सेवक जो वृक्षों का रखरखाव करते हैं उनका मान-सम्मान हो।

‘प्राणवायु देवता पेंशन’ योजना एक अनूठी और भारत में अपनी तरह की पहली योजना होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत राज्य सरकार ने उन सभी पेड़ों को सम्मानित करने की पहल की है, जो पचहत्तर वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं और जिन्होंने जीवन भर ऑक्सीजन का उत्पादन करके, प्रदूषण कम करके, छाया आदि प्रदान करके मानवता की सेवा की है। उन्होंने कहा कि राज्यभर में ऐसे पेड़ों की पहचान की जाएगी और स्थानीय लोगों को इस योजना में शामिल करके इन पेड़ों की देखभाल की जाएगी।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण से हमें शुद्ध प्राण वायु मिलती है। इससे पूरी मानव जाति का कल्याण होता है। इसके लिए प्रदेश के सभी शहरों में 5 एकड़ से 100 एकड़ तक की भूमि पर ऑक्सी वन लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 में पहली बार मनाया गया। हरियाणा सरकार द्वारा भी पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए पौधागिरी नाम से एक योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत 22 लाख लोगों ने पौधारोपण किया। इस योजना से विद्याार्थियों को जोड़ा गया और उन्हें 50 रुपये हर छ: माह में तीन वर्ष के लिए देने के लिए निर्णय लिया गया था ताकि पौधों का रखरखाव किया जा सके। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के बाद उसका रखरखाव नहीं हो पाता जिस कारण अधिकतर पौधे 2 साल में ही समाप्त हो जाते हैं। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने परिवार के बच्चे की तरह पेड़-पौधों की परवरिश करे।

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vinod kumar