3 नेत्रियों के बीच हो सकता है दिलचस्प मुकाबला

3/17/2019 9:37:38 AM

अम्बाला(रीटा/सुमन): हरियाणा में लोकसभा चुनाव की अधिसूचना 16 अप्रैल को जारी हो जाएगी और उसके बाद 23 अप्रैल तक नामांकन-पत्र भरने का काम चलेगा। राजनीतिक दलों के पास उम्मीदवारों का फैसला करने के लिए अभी काफी वक्त पड़ा है। फिलहाल टिकटों के लिए अभी राजनीतिक दलों में मंथन का सिलसिला जारी है। भाजपा, कांग्रेस व बसपा की प्रदेश चुनाव समितियों ने संभावित उम्मीदवारों का पैनल फाइनल करना है और उसके बाद किसी एक नाम पर केंद्रीय चुनाव समिति की मोहर लगनी है। क्षेत्रीय दलों ने यह फैसला अपने स्तर पर ही लेना है।

हरियाणा की सभी 10 सीटों के लिए भाजपा, कांग्रेस व बसपा- लोसुपा गठबंधन के अलावा इनैलो, जे.जे.पी. के संभावित प्रत्याशियों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है।  अम्बाला लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस, भाजपा व जे.जे.पी. की 3 महिला प्रत्याशियों के बीच दिलचस्प मुकाबला हो सकता है। इनैलो व बसपा-लोसुपा गठबंधन के उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे लेकिन उनके पास फिलहाल उनके पास मजबूत नेत्रियां नजर नहीं आती।

प्रदेश में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों में कोई गठबंधन न हो पाने के चलते अम्बाला लोकसभा सीट पर बहुकोणीय मुकाबला तय लगता है लेकिन यह भी तय लगता है कि जीत-हार की असली लड़ाई भाजपा व कांग्रेस के  प्रत्याशियों के बीच होनी है। 1952 से लेकर 2014 तक इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा, पूर्व में जनसंघ व कांग्रेस के बीच रहा है। 1967 से 2014 तक हुए एक दर्जन बार लोकसभा चुनावों में 5 बार कांग्रेस व आधा दर्जन बार भाजपा, जनसंघ के उम्मीदवार विजयी हुए। केवल एक बार 1998 में बसपा-इनैलो गठबंधन में बसपा के टिकट पर अमन कुमार नागरा यहां से बाजी मारी थी। 1967 में जनसंघ से सूरजभान, 1971 में कांग्रेस से राम प्रकाश, 1977 में जनसंघ, जनता पार्टी का घटक से सूरजभान, 1980 में जनता पार्टी से सूरजभान, 1984 व 1991 में कांग्रेस से राम प्रकाश, 1996 में भाजपा से सूरजभान, 1998 में बसपा से अमन कुमार नागरा, 1999 में भाजपा से रत्न लाल कटारिया, 2004 व 2009 में कांग्रेस से शैलजा व 2014 में भाजपा से रत्न लाल कटारिया सांसद चुने गए।

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