हरियाणा में खुलेंगे 3 नए ट्रॉमा सैंटर्स, पलवल, नारनौल और कैथल के सिविल अस्पताल किए गए चिन्हित

7/4/2019 9:57:14 AM

चंडीगढ़ (अर्चना सेठी): हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के साथ जल्द ही 3 नए ट्रॉमा सैंटर्स जुड़ जाएंगे। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने पलवल, नारनौल और कैथल के नागरिक अस्पताल ट्रॉमा सैंटर्स खोलने के लिए चिन्हित किए हैं। प्रदेश में पहले से ही सिरसा, रेवाड़ी, बहादुरगढ़, पानीपत, अंबाला और यमुनानगर के सिविल अस्पतालों में ट्रॉमा सैंटर्स खोले जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त करनाल के कल्पना चावला मैडीकल कॉलेज और पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक में भी ट्रोमाग्रस्त मरीजों को इलाज मिल रहा है। 

उल्लेखनीय है कि 2 साल पहले खट्टर ने सड़क हादसे में घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से हर 60 किलोमीटर की दूरी पर ट्रॉमा सैंटर स्थापित करने की घोषणा की थी। इसके साथ ही राज्य में 12 नए ट्रॉमा सैंटर्स की स्थापना का वायदा भी किया था परंतु दो साल बीत जाने के बाद एक भी ट्रॉमा नहीं खुला। इससे खफा खट्टर ने पिछले महीने स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक 60 किलोमीटर पर एक ट्रॉमा सैंटर खोलने के निर्देश दिए थे। 

घायलों का इलाज है सरकार की प्राथमिकता: विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि सड़क हादसे में घायल होने वाले लोगों को तुरंत चिकित्सा मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकता में है। ट्रॉमा सैंटर्स खोलने का फैसला इसी मकसद से किया गया है। मुख्यमंत्री ने हर 60 किलोमीटर की दूरी पर ट्रॉमा सैंटर बनाने की योजना बनाई है परंतु ट्रॉमा सैंटर सिर्फ वहीं खोले जा सकते हैं जहां पहले से ही अस्पताल की सुविधा हो।

ट्रॉमा सैंटर में किसी भी संकाय के डाक्टर की जरूरत पड़ सकती है इसलिए सैंटर में ऑर्थोपैडिक्स के साथ-साथ स्किन, सर्जरी, न्यूरोसर्जरी, मैडिसिन डाक्टर्स के अलावा नर्सेज, पैरामैडीकल स्टाफ, अटैंडैंट के अलावा एम.आर.आई., एक्स-रे, डायग्नॉस्टिक लैबोरेटरी, ऑप्रेशन थिएटर, सॢजकल उपकरण, दवाएं इत्यादि सब चीजें जरूरी हैं। मुरुथल में भी ट्रॉमा सैंटर की स्थापना को लेकर विचार किया जा रहा था परंतु अस्पताल के अभाव में वहां ट्रॉमा सैंटर बनाने का विचार फिलहाल टाल दिया गया है। ऐसे स्थान जहां ट्रॉमा सैंटर्स बनाए जा सकते हैं, उनके प्रस्ताव तैयार कर लिए गए हैं। जल्द ही सैंटर्स की स्थापना को लेकर काम शुरू कर दिया जाएगा। 

Isha