सड़क हादसे में गई 3 युवकों की जान, तीनों थे अपने घरों के इकलौते चिराग

11/7/2019 12:11:36 PM

जींद (स.ह.) : जींद-हांसी मार्ग पर जींद जिले की सीमा में सड़क का काला रंग हादसों में बहने वाले खून से लगातार लाल हो रहा है। इस मार्ग पर जानलेवा सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे। मंगलवार रात जींद-हांसी मार्ग पर गुलकनी गांव के पास सड़क हादसे में 25 साल से कम की उम्र के 3 युवकों की जान चली गई। सड़क हादसे में जान गंवाने वाले तीनों युवक अपने-अपने घरों के इकलौते चिराग थे और वह दोस्त की शादी की खुशियों में शरीक होने के  लिए जींद के एक होटल में आई अपने दोस्त की बारात में शामिल होने के लिए हांसी की तरफ से जींद आ रहे थे। इससे पहले कि यह तीनों अपने दोस्त की बारात में शामिल होते, बीच रास्ते तीनों मौत का शिकार हो गए। 

जिन लाडलों को बाराती बनाकर भेजा था, उनके शव कफन में लिपटे देख परिजनों का हुआ बुरा हाल 
जींद-हांसी मार्ग पर गुलकनी गांव के पास मंगलवार रात सड़क हादसे में जान गंवाने वाले तीनों युवक अविवाहित थे। तीनों पढ़ाई और कोङ्क्षचग में लगे थे। तीनों को परिजनों ने शादी में बाराती बनाकर भेजा था। बुधवार को जब तीनों के शव जींद के सिविल अस्पताल से घर पहुंचे तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। तीनों के शव सफेद कफन में लिपटे हुए थे जबकि तीनों मंगलवार को जब घरों से बारात के लिए रवाना हुए थे, तब तीनों ने शानदार कपड़े और सूट आदि डाले हुए थे।

सड़क हादसे ने कैथल जिले के पाड़ला गांव के रामनिवास, जींद के मोहम्मद खेड़ा गांव के सुरेश तथा भैणी अमीरपुर गांव के राजसिंह घरों के इकलौते चिरागों को एक झटके में बुझा दिया। भैणी अमीरपुर गांव के सोनू के परिजनों को तो इस बात का पता भी नहीं था कि उनका लाडला जींद में शादी में शरीक होने के लिए गया हुआ है। परिजनों को तो सड़क हादसे में सोनू के गंभीर रूप से घायल होने और उपचार के दौरान पी.जी.आई. रोहतक में उसकी मौत की खबर ही मिली।

इससे परिजन सकते में आ गए। उन्हें एक बार तो इस बुरी खबर पर यकीन भी नहीं हुआ। जींद के सिविल अस्पताल में बुधवार को तीनों युवकों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। परिजनों ने इस बात की कल्पना भी नहीं की थी कि अपने जिन इकलौते चिरागों को वह शादी की खुशियों में शरीक होने के लिए भेज रहे हैं, वह अब कभी वापस नहीं लौटेंगे। 

Isha