अच्छी खबर: मॉडल संस्कृति स्कूलों में गरीब परिवार के बच्चों के लिए 30 प्रतिशत सीटें

4/3/2021 11:17:55 AM

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने 136 मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक और 1418 मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों में गरीब परिवार के बच्चों के लिए 30 फीसदी सीटें आरक्षित की हैं। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत 25 प्रतिशत सीटों पर दाखिला होगा। अभिभावक दस अप्रैल तक स्कूल मुखिया के पास आवेदन जमा करा सकते हैं। प्रतीक्षा सूची में शामिल बच्चों के दाखिला पहली मई को होंगे।



स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, जिला परियोजना समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी व मॉडल संस्कृति स्कूलों के मुखिया व प्रभारी को निर्देश जारी कर दिए हैं। 1.80 लाख वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए प्रत्येक कक्षा में 20 फीसदी यानी 6 सीटें व 1.80 से 2.40 लाख तक वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए दस प्रतिशत यानी 3 सीट आरक्षित रहेंगी। आरटीई के तहत 25 प्रतिशत सीटें भरी जाएंगी। इसमें एससी के लिए प्रत्येक कक्षा में 3, बीसी-ए के लिए 2, बीसी-बी के लिए 1 व दिव्यांग, अनाथ, एचआईवी पीड़ित बच्चों के लिए 2 सीटें आरक्षित की गई हैं। पहली कक्षा में दाखिला के इच्छुक छात्र-छात्रा की आयु पहली अप्रैल 2021 को पांच वर्ष होनी अनिवार्य है। बच्चे का जन्म 31 मार्च 2016 से पूर्व होना चाहिए।


प्राथमिक कक्षाएं होंगी बैग फ्री 
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बताया कि इस वर्ष पहली व दूसरी कक्षा ही अंग्रेजी माध्यम में चलेंगी। प्राथमिक कक्षाएं बैग फ्री होंगी। सरकार का उद्देश्य इन स्कूलों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना है। सरकार की योजना पहली से ग्यारहवीं कक्षा तक अंग्रेजी माध्यम का अलग सेक्शन बनाने की है। इसमें पहली से पांचवीं कक्षा तक अधिकतम 30, छठी से आठवीं तक अधिकतम 35 व नौवीं से ग्यारहवीं तक अधिकतम 40 विद्यार्थी होंगे। 



आवेदन के लिए ये दस्तावेज जरूरी 

  • जन्म प्रमाण पत्र, अस्पताल-दाई का रजिस्टर अभिलेख, आंगनवाड़ी अभिलेख, माता-पिता या संरक्षक का आयु के लिए शपथ पत्र। 
  • रिहायश प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र। 
  • आवेदन स्कूल की तरफ से तैयार फार्म पर ही करना होगा। यह फार्म स्कूल में निशुल्क मिलेगा। 
  • दस्तावेज के अभाव में किसी बच्चे को दाखिला से वंचित नहीं किया जाएगा। अस्थायी दाखिला देकर अभिभावक को दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए 30 दिन का समय मिलेगा। 
  • आरक्षित सीटों के लिए पर्याप्त आवेदन न आने पर खाली सीटें सामान्य श्रेणी के बच्चों से भरी जाएंगी।

Content Writer

Isha