नेत्रदान महादान- 4 कॉर्निया से रौशन होगी 8 की नजरें

punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 08:38 PM (IST)

गुड़गांव,(ब्यूरो): निरामया नेत्र संस्थानी बीते दो दशकों से नेत्रदान महादान की मुहिम चला रही है। निरामया नेत्र बैंक को अब तक 1200 से ज्यादा कार्निया प्राप्त हो चुकी है। जिससे अंधत्व के शिकार हजारों लोगों को लोगों को फिर से दुनिया देखने का अवसर पर मिला। 

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वीरवार को निरामया नेत्र बैंक को 4 कार्निया बतौर दान में मिली। जिसे स्व प्रशांत चन्द्रकांत, स्व गीता चावला के मृत्यु के उपरांत उनके परिजनों द्वारा दान की गई। इन दोनों का निधन उपचार के दौरान आर्टिमिस अस्पताल व मनिपाल अस्पताल में हो गई थी। जिससे अब अंधता के शिकार 8 लोगों की नजरें रौशन हो सकेगी। 

 

नेत्र बैंक के निदेशक डॉ हितेन्द्र आहूजा व प्रेसिडेंट डॉ टीएन आहूजा ने संयुक्त रूप से बताया कॉर्निया का सुरक्षित रूप से संरक्षण किया गया है। उनका प्रत्यारोपण शीघ्र ही जरूरतमंद रोगियों को किया जाएगा। उन्होंने दानदाताओं के परिवारों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा नेत्रदान महान पुनीत कार्य है। जिससे किसी को जीवन की सबसे बड़ी नेमत दृष्टि मिलती है। उन्होने सभी से आग्रह करते हैं कि अधिक से अधिक लोग नेत्रदान के लिए आगे आएं। निरामया नेत्र बैंक बीते 20 वर्षों से नेत्रदान व अंधत्व निवारण के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। अस्पताल की उपलब्धियों को लेकर निरामया नेत्र संस्थान का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज है। संस्था नियमित रूप से जनजागरण अभियान व स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर लोगों को नेत्रदान के लिए जागरूक करती आ रही है। 


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Content Editor

Pawan Kumar Sethi

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