4 दिन की ‘चांदनी’, फिर ‘अंधेरी’ रात, दुकानदारों के असंतोष के चलते सैंटर पार्किंग सिस्टम हुआ खत्म

12/22/2019 4:02:14 PM

सिरसा(माहेश्वरी): जिस सैंटर पार्किंग का दुकानदारों ने पहले स्वागत किया था, अब वही पार्किंग दुकानदारों के विरोध के चलते हटा ली गई। बात कर रहे हैं शहर के सबसे व्यस्ततम बाजारों मेंं से एक रोड़ी बाजार की। गत लोकसभा चुनाव से पूर्व यातायात पुलिस की ओर से रोड़ी बाजार व सदर बाजार में सैंटर पार्किंग की व्यवस्था लागू की गई थी। मकसद था जाम की समस्या से निपटना और आवागमन को सुगम बनाना। बाजार के दुकानदारों को भी यह व्यवस्था रास आई। चूंकि वाहनों के सड़क के बीच में खड़ा होने के कारण सड़क के दोनों साइड से वाहनों का आवागमन सुचारू हुआ।

वन वे सिस्टम के कारण जाम की समस्या से छुटकारा मिला। मगर वक्त बीतने के साथ साथ दुकानदारों के लिए यह व्यवस्था गले की फांस बनती चली गई। दुकानदारों को तर्क था कि सैंटर पार्किंग में खड़े होने वाले ज्यादातर वाहन ग्राहकों के नहीं, बल्कि दुकानों पर काम करने वाले कर्मियों के हैं। वहीं इससे इतर पार्किंग के पास रेहडिय़ों के अलावा दुकानों के आगे भी वाहन खड़े होते हैं, जिस वजह से सारा सिस्टम गड़बड़ा गया है। दुकानदारी पर इसका विपरित असर पड़ा है। रोड़ी बाजार के दुकानदारों ने कई बार प्रशासन के यहां दस्तक दी और बाजार से सैंटर पार्किंग हटाए जाने की मांग कर डाली। 

आखिर दुकानदारों के बढ़ते असंतोष के चलते रोड़ी बाजार से सैंटर पार्किंग का सिस्टम पूर्ण रूप से खत्म कर दिया गया। नगर परिषद प्रशासन की ओर से बाजार के बीच में वाहन पार्किंग के लिए ङ्क्षखचवाई गई सफेद रेखा को भी मिटवा दिया गया। शनिवार को रोड़ी बाजार में करीब 9 माह पूर्व की तरह दुकानों के आगे दोपहिया वाहनों की लाइन लगी नजर आई। खास बात यह कि रोड़ी बाजार की तरह सदर बाजार के दुकानदारों ने भी सड़क के बीच में वाहन खड़े करने बंद कर दिए। उन्होंने भी दुकानों के आगे पार्किंग शुरू कर दी। एक दुकानदार से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस ने ऐसा करवाया है। मगर यातायात पुलिस का कहना था कि सदर बाजार के दुकानदारों ने भी रोड़ी बाजार के दुकानदारों की देखा देखी सैंटर पार्किंग बंद की है। सदर बाजार में सैंटर पार्किंग सिस्टम खत्म नहीं हुआ है।

गौरतलब है कि सैंटर पार्किंग से पहले रोड़ी बाजार व सदर बाजार में यातायात व्यवस्था का बुरा हाल था। बाजार में रह रहकर जाम लगते थे। एक दूसरे से पहले वाहन निकालने की आपाधापी में जाम की स्थिति पैदा हो जाती थी। आड़े-तिरछे वाहनों की रेलमपेल में हालात विकट हो जाते थे। कई कई देर तक वाहन चालक जाम में फंसे रहते थे। रोज रोज की इस समस्या का निवारण करने के लिए यातायात पुलिस ने वाहनों की सड़क के बीचों बीच पार्किंग का प्लान तैयार किया। पड़ोसी जिले हिसार में इस तरह की पार्किंग के सफल संचालन को देखते हुए यह व्यवस्था करीब 9 महीने पहले रोड़ी बाजार व सदर बाजार में लागू कर दी गई। इस व्यवस्था के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले। बाजार में जाम लगना बंद हो गया। दुकानदार भी खुश हुए और यातायात पुलिस ने भी राहत की सांस ली। परंतु अब यह व्यवस्था दुकानदारों के मन से उतर गई है। देखना यह है कि सैंटर पार्किंग सिस्टम खत्म होने के बाद यातायात की चाल दुरुस्त रहती है या हालात पूर्व की तरह पैदा होते हैं।

हीरालाल शर्मा, जिला प्रधान, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल ने कहा कि रोड़ी बाजार में आग लगने की स्थिति से निपटने के लिए हमने टैसिं्टग की थी। दमकल की गाड़ी का घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। सैंटर पार्किंग में खड़े वाहनों को हटाया तक नहीं जा सका क्योंकि वाहन लॉक थे। दूसरी तरफ सैंटर पार्किंग में खड़े वाहन ग्राहकों के कम और कामगारों के अधिक होते हैं। ग्राहकों को वाहन खड़ा करने की जगह नहीं मिलती। अंतत: दुकानदारों ने एक राय कर यह निर्णय लिया कि सैंटर पार्किंग किसी भी लिहाज से उचित नहीं, इसलिए प्रशासन से इसे हटाने की मांग की गई। अब सैंटर पार्किंग हटने के बाद बाजार में जाम की स्थिति पैदा न हो, इसको लेकर दुकानदारों का आह्वान किया गया है कि वे दुकानों के बाहर पीली पट्टी के भीतर वाहन खड़ा करवाना सुनिश्चत करें।

बहादुर सिंह, यातायात थाना प्रभारी सिरसा ने कहा किरोड़ी बाजार व सदर बाजार में जब से सैंटर पार्किंग सिस्टम शुरू हुआ, तब से एक बार भी जाम की स्थिति पैदा नहीं हुई। तब दुकानदार भी सिस्टम से राजी थे। अब पता नहीं क्यूं उन्हें दिक्कत हो रही है। रोड़ी बाजार के दुकानदारों ने भले ही प्रशासनिक अधिकारियों से मांग कर सैंटर पार्किंग सिस्टम खत्म करवा दिया हो, लेकिन इससे यातायात की चाल फिर से बिगडऩे की संभावना है। दुकानदारों ने गलत निर्णय लिया है, पर हम कर भी क्या सकते हैं। निर्णय सभी दुकानदारों का है। हमारा कोई रोल नहीं। बाजार जैसे चाहेगा, हम तो वैसी व्यवस्था कर देंगे। हमें तो ड्यूटी लगानी है। रही बात सदर बाजार की तो वहां भी रोड़ी बाजार की तरह सफेद लाइन नगर परिषद द्वारा मिटाए जाने की सूचना मिली है। मैंने सदर बाजार में सैंटर पार्किंग हटाने का मना किया था। पता करेंगे ऐसा क्यों हुआ।

Vishal sharma