मेडीकल कालेज में 40 डाक्टरों ने दिया इंटरव्यू, आज लगेगी लिस्ट

2/1/2019 1:32:49 PM

करनाल(सरोए): कल्पना चावला राजकीय मेडीकल कालेज में पिछले काफी दिनों से डाक्टरों की भारी कमी चल रही है, अस्पताल चलाने के लिए एम.सी.आई. के द्वारा निर्धारित नॉर्म भी पूरे नहीं हैं जिसके चलते मेडीकल कालेज में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते काफी मरीजों को दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में जाकर महंगा इलाज लेने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। इन सब परेशानियों को समाधान करने के लिए गुरूवार को करीब 40 जूनियर-सीनियर डाक्टरों का इंटरव्यू एक साथ लिए गए।

उम्मीद है कि शुक्रवार सुबह इंटरव्यू में सिलैक्ट डाक्टरों की लिस्ट लगाई जाए। देखने वाली बात होगी कि सिलैक्ट उम्मीदवारों में कितने डाक्टर ज्वाइन करते हैं। काबिलेगौर है कि मैडीकल कालेज में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन मैडीकल सुविधाएं उम्मीदों के अनुरूप नहीं बढ़ रही। स्थिति इतनी विकट हो चली है कि करनाल के अलावा दूसरे राज्य जैसे यू.पी. व अन्य कई जिलों के मरीज भी इलाज वास्ते मैडीकल कॉलेज पहुंच रहे हैं।

न्यूरोसर्जन, गेस्ट्रोलिस्ट व कार्डियफ के लिए भेजा है प्रपोजल
काबिलेगौर है कि मैडीकल कालेज प्रशासन ने न्यूरोसर्जन, गेस्ट्रोलिस्ट व कार्डियफ की नियुक्त के लिए प्रपोजल भेजा हुआ है। अगर प्रपोजल को मंजूरी मिलती है तो सिर, पेट व हार्ट से संबंधित मरीजों के लिए वरदान से कम नहीं होगी। क्योंकि अस्पताल में प्रतिमाह करीब 300 से 500 मरीज इलाज के लिए आते हैं लेकिन अस्पताल में डाक्टर न होने के चलते मरीजों को दूसरी जगह भटकना पड़ता है। हायर सैंटर में उन्हें कई-कई दिनों में रिपोर्ट के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं।

मेडिकल कालेज में कक्षाएं भी हो चुकी हैं शुरू 
अगर नए डाक्टर अस्पताल में ज्वाइनिंग करेंगे तो मैडीकल कालेज अपना रिसर्च संबंधित काम भी तेजी से करेगा लेकिन इस समय ऐसा नहीं हो रहा। हालांकि मैडीकल कालेज में कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। अस्पताल के डाक्टरों को एम.बी.बी.एस. के विद्याॢथयों को पढ़ाने के साथ मरीजों का इलाज भी करना पड़ रहा है।
 

Deepak Paul