ईएसआई मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के 45 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

10/30/2017 9:13:31 PM

फरीदाबाद (अनिल राठी): ईएसआई मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के नर्सिंग स्टॉफ के 45 लोगों को एक दिन का नोटिस देकर नौकरी से निकाल दिया गया है। अचानक बेरोजगार हुए नर्सिंग स्टाफ के  45 महिला एवं पुरुष कर्मचारी हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। सभी कर्मचारी कांट्रेक्ट बेस पर पिछले तीन साल से काम कर रहे थे। लेकिन अब बिन किसी कारण के कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। 



रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को नौकरी पर पहुंचे स्टाफ नर्स के 45 कर्मचारियों को सुरक्षा कर्मचारी ने अस्पताल में जाने से रोक दिया और कहा कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। जिससे गुस्साए नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल के सामने ही धरना शुरू कर दिया। अस्पताल के बाहर कर्मचारियों को धरने पर बैठा देख कालेज के डीन कर्मचारियों के बीच पहुंचे और उन्हें समझाते हुए कहा कि सरकार ने तो ठेकेदार से कर्मचारियों को कम करने के लिए कहा था जिसपर उन्हें निकाला गया।



कर्मचारियों का आरोप है कि, ईएसआई मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल 380 बैड का बड़ा अस्पताल है, जिसमें करीब 250 स्टाफ नर्स काम करते हैं। जिनमें से अभी 45 कर्मचारियों को निकाल दिया गया है और अगले चरण में जल्द बाकी के बचे हुए कर्मचारियों को भी निकाला जाएगा। कर्मचारियों की मांग है कि जब तक उन्हें नौकरी पर वापिस नहीं लिया जाएगा तब तक वह अस्पताल के सामने ही धरने पर बैठे रहेंगे।



धरने पर बैठे स्टाफ नर्स कर्मचारियों ने बताया कि सभी स्टाफ नर्सों ने मैडिकल कालेज का शुरूआत से ही साथ दिया है और तीन साल बाद उन्हें बिन नोटिस दिए और बिन कारण बताए अस्पताल से बाहर कर दिया है। ऐसे में वो कहां जाएंगे, क्योंकि निकाले गए नर्सिंग स्टाफ के कर्मचारी दूर दराज से आते हैं और सभी घर गृहस्थी वाले हैं। अचानक से बेरोजगार होने से उनके घरों में आर्थिक संकट आ जाएगा। कर्मचारियों का कहना है कि करीब 250 कर्मचारी अस्तपाल में काम करते हैं जिन्हें बारी-बारी से निकाला जा रहा है।



वहीं ईएसआई मैडिकल कालेज एवं हॉस्पिटल के डीन ने बताया कि उन्होंने राज्य सरकार से ईएसआई मैडिकल कालेज को कार्पोरेशन ने लिया हुआ है, जिसमें ठेके पर कर्मचारी नियुक्त किए गए थे। उसके बाद रेगुलर प्रक्रिया शुरू की गई और परीक्षा करवा के रेगुलर स्टॉफ की भर्ती कर ली गई है। जिसके बाद उन्होंने ठेकेदार को कर्मचारियों की संया कम करने के लिए कहा तो ठेकेदार ने 45 स्टाफ नर्स को निकाल दिया है, इसमें उनका कोई भी किरदार नहीं हैं।