सरपंच और उसके फौजी भाई ने करवाई थी गुरविंदर सिंह की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार

7/18/2020 2:34:54 PM

यमुनानगर (सुमित): हरियाणा के यमुनानगर में 30 जून को हुई गांव मंधार में सरदार गुरविंदर सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझी गई है। सीआईए वन की टीम ने इस हत्या का पर्दाफाश किया है। इस हत्या का मास्टर माइंड गांव का ही सरपंच और उसका फौजी भाई निकला। सरपंच और उसके फौजी भाई समेत तीन अन्य लोगों इस वारदात को अंजाम दिया था। सीआईए वन ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

इस बारे जानकारी देते हुए यमुनानगर के एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि 30 जून को गांव मंधार में सरदार गुरविंदर सिंह नाम के व्यक्ति की हत्या हुई थी। रात करीब 8 बजे के तीन बाइक सवार बदमाशों ने गुरविंदर पर कई राउंड फायर किए थे, जिसके बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 



एसपी ने कहा कि सरपंच रणबीर के भाई अनिल ने पूछताछ में बताया की वह 2007 में सिख रेजिमेंट में भर्ती हुआ था। इस समय मेरी पोस्टिंग फर्रुखाबाद यूपी में है। अनिल ने बताया कि मेरे गांव का गुरविंदर सिंह पुत्र हरबंस सिंह पिछले दो-तीन वर्षों से मेरे विरुद्ध जाली जाति प्रमाण पत्र पर भर्ती होने पर दरखास्त देकर परेशान कर रहा था। मेरे भाई सरपंच रणबीर सिंह को भी आरटीआई लगाकर बार-बार परेशान कर रहा था। मैंने अपने भाई रणधीर सिंह के साथ योजना बनाई की गुरविंदर सिंह की या खुद हत्या कर देते हैं या किसी से करवा देते हैं। 

45 दिन की छुट्टी आया था फौजी
17 जून को मैं 45 दिन की छुट्टी आया। मैं फर्रुखाबाद यूपी से अपने साथ एक देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, एक देसी सिक्सर व 28 कारतूस 9 एमएम, 10 कारतूस 315 बोर खरीद कर लाया। इसके साथ फेक आईडी पर तीन मोबाइल नंबर भी लेकर आया। इसके बाद 24 जून को मैंने अपने भाई रणबीर के साथ अपने चाचा के लड़के मांगा पुत्र गुरमेज व लखविंदर सिंह उर्फ लक्की व अपने साले भूपिंदर सिंह उर्फ छोटा साथ गुरविंदर को मारने की योजना बनाई। अनिल ने कहा कि मैंने दो सिम लखविंदर सिंह लक्खा वा मांगा को रेकी करने के लिए दे दिए। इस नंबर पर हम तीनों आपस में बातें करते थे।

गुरविंदर को गोली मारकर हो गए थे फरार
30 जून को गुरविंदर सिंह अपनी कार में अपने एक साथी के साथ गांव मंधार में आया, तो लखविंदर सिंह व मांगा सिंह ने मेरे को सूचना दी| इस बारे मैंने अपने भाई रणबीर को बताया। योजना के मुताबिक मैं, भूपेंद्र और मांगा तीनों मुंह पर कपड़ा बांधकर आए और गुरविंदर सिंह को गोली मारकर मौका से भाग गए।



वहीं आरोपी रणबीर सिंह उर्फ राणा ने बताया कि मैं मंधार गांव का मौजूदा सरपंच हूं। मैं 2016 में सरपंच बना था। सरकार की तरफ से जो भी ग्रांट  मिलती थी उसको निष्पक्ष तरीके से प्रयोग करता था। 2017 में मेरी किसी बात पर गुरविंदर के साथ कहा सुनी हो गई। गुरविंदर सिंह मन में रंजिश रखने लगा उसने मेरे खिलाफ गलत आरोप लगाकर दरखास्त दी, जिसमें मैं निर्दोष था।

राणा ने बताया कि गुरविंदर ने मेरे भाई अनिल कुमार जो आर्मी में है के खिलाफ भी झूठी दरखास्त देकर परेशान करने लगा| मैंने अपने भाई अनिल कुमार, भूपिंदर सिंह उर्फ छोटा लखविंदर सिंह व मांगा सिंह के साथ मिलकर गुरविंदर सिंह को मारने की योजना बनाई। जिसके बाद 30 जून को गुरविंदर सिंह की रेकी कर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। एसपी ने कहा कि अब इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी। ताकि रिमांड के दौरान हत्या में इस्तेमाल हुए 3 पिस्टल, मोबाइल सिम और बाइक बरामद की जा सके।

Edited By

vinod kumar