मजदूरी के लिए लुधियाना ले जाए जा रहे थे 5 बच्चे, रेलवे चाइल्ड व क्राइम टीम ने किया रैस्क्यू

12/27/2019 10:39:34 AM

अम्बाला छावनी (हरिंद्र) : पैसों की चमक-धमक में बचपन की किलकारियां, हंसी, खुशी व मस्ती सब खत्म हो रही है। पढ़ाई व घर छोड़कर बच्चे छोटी उम्र में ही काम पर लग रहे हैं। यह सब चाइल्ड ट्रैफिकिंग के गौरखधंधे के तहत हो रहा है। ऐसे ही 5 नाबालिग बच्चों को रेलवे चाइल्ड व पंचकूला क्राइम टीम ने उस समय बचाया, जब उन्हें लुधियाना में काम दिलाने के बहाने ले जाया जा रहा था। 5 बच्चों को सी.डब्ल्यू.सी. के समक्ष पेश कर ओपन शैल्टर होम भेज दिया है।

एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग पंचकूला क्राइम टीम एच.सी. कर्मचंद व रेलवे चाइल्ड टीम सदस्य परविंद्र लता, अनिल व जसविंद्र ने बताया कि वह रोजाना की तरह स्टेशन पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्हें स्टेशन के अलग-अलग स्थानों से 5 बच्चे मिले, जो हावड़ा एक्सप्रैस में पटना से सवार होकर अम्बाला पहुंचे थे। यहां से उन्हें लुधियाना जाना था। सभी बच्चों को तुरंत संरक्षण में लिया गया।

काऊंसिलिंग के दौरान बच्चों ने बताया कि वह फैक्टरी में काम करने के लिए लुधियाना जा रहे हैं, जहां उन्हें अच्छे पैसे मिलेंगे। पांचों बच्चे कक्षा 9वीं,8वीं,7वीं व 6वीं में पढऩे वाले हैं। पैसों के लालच में उन्होंने पढ़ाई भी छोड़ दी। टीम सदस्य ने बताया कि संरक्षण में लिए गए बच्चों की उम्र 17,15,14,13 व 12 साल है। सभी बच्चों से परिजनों की जानकारी लेकर उन्हें सूचना दी गई है।
 

Isha