आस्था कुंज से जंगला तोड़कर भागे 5 किशोर काबू, बच्चों का अारोप- हंटर से पीटते हैं कर्मचारी

2/6/2018 10:58:50 AM

रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): बेसहारा व गरीब बज्जों के आस्था कुंज से बीती रात को जंगले के सरिए तोड़कर 5 किशोर फरार हो गए। पुलिस ने सुबह टीमें गठित कर बच्चों को शहर से 7 किलोमीटर दूर भवाड़ी की ढाणी से बरामद कर लिया। बच्चों ने कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। बता दें कि नगर के सर्कुलर रोड स्थित आस्था कुंज में करीब 3 दर्जन से अधिक बेसहारा बच्चों तथा घुमंतू बच्चों को रखा गया है। इससे पूर्व भी यहां से 8 बच्चे फरार हो चुके हैं।

आस्था कुंज के एक कमरे में एक दर्जन से ज्यादा बच्चे सो रहे थे। रात्रि साढ़े 11 बजे अम्बाला निवासी गणेश (12), बिहार निवासी रिशु (13) व अतुल (13), खोल निवासी मंगल उर्फ राजू (10), नेपाल निवासी विष्णु (12) कमरे की खिड़की में लगे लोहे के जंगले को उखाड़कर फरार हो गए। सुबह उनके साथ ही ठहरे बच्चों ने इसकी सूचना आस्था कुंज के चौकीदार व अन्य अधिकारियों को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और आनन-फानन में टीमें गठित कीं। उधर, डी.एस.पी. गजेंद्र कुमार जांच के लिए आस्था कुंज पहुंच गए। वहीं, दोपहर को पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना आई कि कुछ बच्चे शहर से 7 किलोमीटर दूर भवाड़ी की ढाणी में संदिग्धावस्था में घूम रहे हैं। पुलिस तुरंत वहां पहुंच और बच्चों को थाने ले आई।

बच्चों का आरोप, हंटर से पीटता है कर्मचारी
अधिकारियों ने पूछताछ की तो बच्चों ने बताया कि आस्था कुंज के कर्मचारी हंटर से पीटता है। उन्हें दिन में खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता। उनको टॉर्चर किया जाता है। उन्होंने कई बार फरियाद भी लगाई लेकिन कर्मचारियों ने उन पर जुल्म ढहाना बंद नहीं किया। ऐसे हालातों में उन्हें फरार होना पड़ा।

आस्था कुंज की अधीक्षक बोली- सर ये होम है, जेल नहीं जो मैं इन्हें बांधकर रखूं’ इस बारे में आस्था कुंज की अधीक्षक मुग्धा यादव से बात की तो वे लापरवाही पर पर्दा डालती दिखी। उन्होंने कहा कि सर ये होम है जेल नहीं, जो मैं इन्हें बांधकर रखूं। बच्चों की पूरी रखवाली की जाती है। फिर भी बच्चे कैसे और क्यों फरार हुए, इसकी जांच की जाएगी।

कमेटी करेगी मामले की जांच
बच्चों को पुलिस ने बरामद करने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया। कमेटी बच्चों की काऊंसिलिंग कर रही है। कमेटी सदस्य उपासना गुप्ता व राकेश भार्गव ने बताया कि बच्चों ने पिटाई करने की बात कही है। आस्था कुंज के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डी.एस.पी. गजेंद्र कुमार ने कहा कि सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और बच्चों को कुछ घंटे बाद ही बरामद कर लिया। पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है।