असला लाइसैंस बनवाने व नवीनीकरण के लिए देने होंगे 500 रुपए, लोगों ने पर्ची का किया विरोध

12/4/2020 9:59:25 AM

गुहला-चीका: हरियाणा सरकार ने असला या ड्राइविंग लाइसेंस के बनाने या नवीनीकरण करवाने में सरकारी फीस तो कई गुना बढ़ा ही दी है, लेकिन अब रही-सही कसर एस.डी.एम. कार्यालय में चाइल्ड वैल्फेयर के नाम पर 500 रुपए की पर्ची कटवाना जनता के लिए भारी परेशानी बनकर रह गई है। आश्चर्य तो इस बात का है कि कोई भी व्यक्ति अपने असला लाइसैंस के नवीनीकरण के लिए जब एस.डी.एम. कार्यालय पर फाइल लेकर जाता है तो 500 रुपए की पर्ची काटे बिना फाइल ही नहीं पकड़ी जाती। 

लाइसैंस का नवीनीकरण करवाने गए आधा दर्जन लोगों अमृत लाल व अन्य ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब लाइसैंस नवीनीकरण करवाने के लिए फाइल दी जाती है तो उसके एक माह बाद पूरी फाइल की जांच-पड़ताल होने के बाद एस.डी.एम. कार्यालय में आएगी और उसके बाद ही असला धारक के लाइसैंस पर नवीनीकरण के पर्टीकुलर दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फाइल जमा करवाते समय यह शर्त रखना कि पहले 500 रुपए की चाइल्ड वैल्फेयर के नाम की पर्ची कटवाओ तब आकर फार्म जमा होगा। 

उन्होंने कहा कि कई बार तो किसी व्यक्ति की जेब में जब 500 रुपए नहीं होते तो उसे अपना लाइसैंस नवीनीकरण करवाने की फाइल जमा करवाने के बगैर ही वापस लौटना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस राज था तब असला लाइसैंस नवीनीकरण करवाने की फीस 300 रुपए हुआ करती थी जो अब आज यही फीस 2500 रुपए कर दी गई है और फिर उसके ऊपर 500 रुपए की पर्ची और अलग से काटना लोगों के साथ सरासर अन्याय है। असलाधारकों का यह भी कहना है कि उक्त पर्ची सरकार की ओर से नहीं काटी जा रही क्योंकि प्रदेश के किसी भी जिले में चाइल्ड वैल्फेयर के नाम से कोई भी पर्ची नहीं काटी जा रही। यदि हरियाणा सरकार द्वारा यह पर्ची काटना लाजिमी किया होता तो पूरे प्रदेश में ही यह कानून लागू होता, लेकिन अकेले गुहला सब-डिवीजन में नहीं। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि चाइल्ड वैल्फेयर के नाम से यूं ही 500 रुपए की पर्ची कटती रही तो मजबूरन लोगों को उक्त पर्ची को लेकर मुख्यमंत्री तथा मंत्री, अनिल विज से मिलना पड़ेगा। 
 

Isha