ओवरलोडिड वाहनों के विरोध में उतरे 7 गांव के विद्यार्थी, 3 घंटे लगाया जाम
5/18/2018 9:03:48 AM
यमुनानगर(सतीश) : अपनी सुरक्षा को लेकर छात्र चिंतित नजर आए। गुरुवार सुबह 7 बजे 7 गांवों के छात्र-छात्राओं ने अमादलपुर रोड पर जाम लगा दिया। यह जाम ओवरलोडिड वाहनों के विरोध में था। छात्रों का कहना था कि वे समय से स्कूल नहीं पहुंच पा रहे। उन्हें डर रहता है कि कोई छात्र हादसे का शिकार न हो जाए। वे मजबूरन सड़क पर आए हैं। उन्हें अपनी जान की चिंता है। ऐसा न हो कि किसी छात्र के साथ किसी दिन अनहोनी घट जाए। पूर्व में कई गांव के लोगों ने जाम लगाया लेकिन कोई असर न हुआ। शायद अब उनके सड़क पर उतरने से जिला व पुलिस प्रशासन संज्ञान ले ले।
उधर सूचना पर बूडिय़ा एस.एच.ओ. हर दीपेन्द्र व डी.एस.पी. देशराज पहुंचे। यहां पर कई गांवों के सरपंच व इलाके के मौजिज लोग मौजूद थे। इन सब की एक ही मांग थी कि अमादलपुर रोड पर स्कूल खुलने से लेकर बंद होने तक ओवरलोडिड वाहन न चलें। 3 घंटे की जाम की अवधि के बाद सहमति इस बात पर बनी कि सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मुकारमपुर से लेकर बूडिय़ा चौक जगाधरी तक भारी वाहन नहीं जाएंगे।
पहला मौका, जब छात्र आए ओवरलोड के विरोध में
जाम में माली माजरा, मुकारमपुर, बीबीपुर, भोगपुर, सुगमाजरी, अमादलपुर व सुग के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। यह सभी अमादलपुर के सरकारी स्कूल में पढऩे वाले है। यह पहला मौका था जब छात्र ओवरलोडिड वाहनों के विरोध में उतरे है। सैंकड़ों छात्र सुबह 7 बजे से 10 बजे तक सड़क पर बैठे रहे। इस दौरान मार्ग पर जाम की स्थित बन गई। छात्रों के हौसले को देखकर ग्रामीण और इन्हीें गांव के सरपंच भी मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने भी छात्रों की बात का समर्थन किया। रोष जता रहे विनय, मनोज, पिन्कू, राम चन्द्र, इनाम, दीपक व सरपंच मैनपाल ने बताया कि हर रोज ओवरलोडिड वाहन इलाके से गुजर रहे हैं, न तो बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं और न वे रोजमर्रा के काम कर पा रहे हैं। रेत-बजरी से ओवरलोडिड इन वाहनों के ब्रेक नहीं लगते। चालक को ऊपर से बैठे दोपहिया वाहन चालक तो दिखते ही नहीं, जिस कारण अधिकतर जाने दोपहिया वाहन चालकों की ही जा रही है।
सूचना आई थी जाम की : दीपेन्द्र
बूडिय़ा एस.एच.ओ. हर दीपेन्द्र ने कहा कि सुबह 9 बजे जाम की सूचना आई थी। उन्होंने पुलिस टीम के साथ मौके का मुआयना किया। यहां पर छात्र जाम लगाकर बैठे थे। उनका विरोध ओवरलोडिड वाहनों को लेकर था। बातचीत के बाद सहमति बनी कि सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मुकारमपुर से बूडिय़ा चौक जगाधरी तक भारी वाहन नहीं जाएंगे।