इंतजार की इंतहा: 74 साल बाद पोते के पास पहुंचेगी दादा की अस्थियां

10/14/2018 10:53:19 AM

हिसार(ब्यूरो): द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वर्ष 1944 में इटली से गायब हुए हिसार के नंगथला गांव के पालूराम का शव भी परिजनों को नसीब हो पाया था। अब 74 साल के बाद उसकी अस्थियां तो नहीं, लेकिन अस्थियों की मिट्टी पोते को जरूर मिलेगी। 

पालुराम के भाई मौजीराम के बेटे रमेश ने बताया कि उनके घर पिछले दिनों फौज से कुछ अधिकारी अाए थे। उन्होंने ही बताया कि उसके दादा पालूराम की डेड बॉडी मिली है। जो यहां लाने की स्थिति में नहीं है, लेकिन इटली में उनका संस्कार किया जाएगा और अस्थियां उनके पास भेज दी जाएगी। 

जानकारी के अनुसार 21 वर्षीय पालूराम 13 वीं  प्रिंटियर फोर्स राइफल की चौथी बटालियन में तैनात थे। वे 362 जर्मन इंफेंट्ररी डिवीजन से मोर्चा ले रहे थे। उनके साथ रोहतक के हरिसिंह भी थे। उस समय पोगियों अाल्टो की लड़ाई के दौरान 18 सितंबर को 1944 से दोनों का कोई सुराग नहीं लगा था। 

Deepak Paul