सिरसी के बाद शीघ्र ही 75 गांवों को कर दिया जाएगा लाल डोरा मुक्त: मनोहर लाल

3/20/2020 8:58:58 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा के 15 जिलों के 5-5 गांव और 3 शहरों सोनीपत, जींद और करनाल में ड्रोन के माध्यम से बड़े पैमाने के मानचित्रण के कार्य के दायरे का विस्तार करते हुए राज्य सरकार ने चरणबद्ध तरीके से सभी गांवों में करने का निर्णय लिया है। करनाल जिले का सिरसी गांव पहला ऐसा गांव है जिसे लाल डोरा मुक्त घोषित किया गया है।

सिरसी गांव के बाद अब अगले 75 गांवों को शीघ्र ही लाल डोरा मुक्त घोषित किया जाएगा। इस आशय का निर्णय सर्वे ऑफ इंडिया के माध्यम से भू-संपत्तियों और अन्य विशेषताओं की कि मैपिंग की परियोजना की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक में लिया गया। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित थे।

75 गांवों में डाटा अधिग्रहण का कार्य हुआ पूरा
बैठक में बताया गया कि 15 जिलों के 75 गांवों में ड्रोन का उपयोग करते हुए डाटा अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि करनाल और सोनीपत जिलों में प्रक्रिया चल रही है। यह भी बताया गया कि जिला सोनीपत में 3 गांवों, पंचकूला एवं करनाल में 5-5 गांवों, सिरसा एवं पानीपत में 4-4 गांवों और जिला फरीदाबाद में 5 गांवों के लिए आबादी-देह (लाल डोरा) का प्रारंभिक आधार नक्शा तैयार और मुद्रित किया जा चुका है। 

ये 26 गांव 7 दिनों के भीतर आपत्तियां या सुझाव आमंत्रित करने और इस तरह की आपत्तियों के समाधान या निपटान के लिए तैयार हैं। जिला विकास और पंचायत अधिकारी को आबादी-देह क्षेत्र से संबंधित गतिविधियों के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया जाएगा। इसके अलावा, शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों के लिए दी जाने वाली आई.डी. की तर्ज पर ही आबादी-देह में प्रत्येक संपत्ति या भूमि को यूनिक आई.डी. प्रदान की जाएगी। इस संबंध में विकास और पंचायत विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।

5 मीटर के अंतराल पर कान्टुर मानचित्रों को भी जारी किया
मुख्यमंत्री ने पब्लिक डॉमेन में प्रकाशन के लिए 5 मीटर के अंतराल पर कान्टुर मानचित्रों को भी जारी किया जिसे हरियाणा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने तैयार किया है। इतने बड़े अंतराल पर ये कान्टुर ग्रामीण स्तर की जानकारी प्रदान करेंगे जिससे जल शक्ति अभियान, वाटरशेड प्रबंधन, जल संरक्षण गतिविधियों और जल निकासी कार्यों जैसे विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के सफल कार्यान्वयन को संभव किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सिरसी गांव के कुल क्षेत्र को आबादी-देह, सरकारी भूमि और कृषि भूमि के तहत संकलित और मिलान किया जाए और कोई अंतर पाया जाता है, तो इसे ठीक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीमांकन के अलावा, भू-शीर्षक भी बनाया जाना चाहिए ताकि भूमि के स्वामित्व की पहचान की जा सके। उन्होंने अंतर्राज्यीय सीमा के पार ड्रोन का उपयोग करके राज्य की सीमा का मानचित्रण करने का भी निर्देश दिया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने जिला करनाल के सिरसी गांव को लाल डोरा मुक्त बनाने में सर्वे ऑफ इंडिया की टीम के उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें एक लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की।

Isha