मंत्री के बड़े ‘एक्शन’ से बिजली चोरों में ‘हड़कम्प’, 9 बड़े अधिकारियों को दबोचा

1/11/2020 11:52:26 AM

डेस्कः मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शासन-प्रशासन में पारदर्शिता  लाने व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की कवायद के तहत वर्ष 2020 को जहां सुशासन वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया वहीं निर्णय को सार्थक बनाने हेतु वर्ष की शुरूआत में ही उनकी सरकार के एक मंत्री ने इसी दिशा में ऐसा बड़ा एक्शन लिया कि प्रदेश में बिजली ‘चोरों’ के बीच हड़कंप मच गया है। 

उल्लेखनीय है कि गत 4 जनवरी को प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने पानीपत स्थित थर्मल प्लांट में छापेमारी करके बिजली विभाग के 9 बड़े अधिकारियों को अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल करते मौके से पकड़ा था और इसकी पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी थी। गुरुवार को इस मामले में सरकार ने इन सभी अधिकारियों पर भारी जुर्माना लगाया। इस प्रकार बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई से मुख्यमंत्री व बिजली मंत्री ने प्रदेश में साफ तौर पर संकेत देने का प्रयास किया है कि अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

छापे से पहले यूं बनाया प्लान
बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने बेशक 4 जनवरी को पानीपत के थर्मल प्लांट में छापा मारकर बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों को बेनकाब कर उन्हें आॢथक दंड लगवा दिया हो मगर इस छापे से पहले एक सुनियोजित ढंग से ऐसा प्लान तैयार किया गया कि किसी को कानों-कान खबर तक नहीं हुई। हुआ यूं कि मंत्री को गुप्त रूप से सूचना मिली कि थर्मल प्लांट में रह रहे बड़े अधिकारी अवैध रूप से बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पर मंत्री ने अपनी एस्कोर्ट पायलट गाडिय़ों को भी छोड़ दिया और  खुद अपनी गाड़ी में सी.एम. स्क्वायड को साथ लेकर थर्मल परिसर में रेड डालने पहुंच गए। वह रात्रि 9 बजे पहुंचे और छापामार कार्रवाई देर रात्रि 2 बजे तक जारी रही। 

Isha