96 घंटे बाद रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म

6/18/2019 6:47:14 PM

रोहतक(दीपक भारद्वाज): पीजीआईएमएस में डॉक्टर ओंकार के आत्महत्या मामले को लेकर शुरू हुई रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार रात दस बजे समाप्त हो गई। हेल्थ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. ओपी कालरा ने रेजिडेंट डॉक्टरों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उसके बाद करीब 96 घंटे तक चली डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त हो गई। इसके बाद करीब 400 हड़ताली डॉक्टरों ने एमरजेंसी समेत विभिन्न वार्डों में पहुंच कर अपनी ड्यूटी संभाली।

इससे पूर्व वीसी कार्यालय में देर शाम हेल्थ यूनिवर्सिटी प्रशासन व हड़ताली विद्यार्थियों के बीच करीब तीन घंटे बातचीत चली। उसके बाद समाधान निकला। बता दें सोमवार को चौथे दिन भी पीजी विद्यार्थी हड़ताल पर अड़े रहे। दिनभर विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर पीजीआई प्रशासन को कोसते रहे। शाम करीब करीब छह बजे विद्यार्थियों को हेल्थ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. ओपी कालरा ने बातचीत के लिए बुलाया। यहां विवि पदाधिकारियों के अलावा पीजीआई प्रशासन भी मौजूद रहे।

इनके बीच करीब तीन घंटे बहस चली। रात करीब नौ बजे विवि प्रशासन ने उनकी प्रमुख मांगें मानने का मौखिक आश्वासन दिया तो सभी मान गए। इसके बाद वीसी ने विजय पार्क में हड़ताली विद्यार्थियों के बीच जाकर फैसला सुनाया। हड़ताल खत्म होने के बाद मरीजों ने भी राहत की सांस ली। वहीं आज सुबह से ही मरीज ओपीडी में आना शुरू हो गए। डॉक्टरों ने भी मरीजों की बखूबी जांच की। डॉ सतबीर ने बताया कि उनकी मांगों पर सहमति बन गई है।

आरोपी डॉ गीता गठवाल को लेकर एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। मृतक डॉक्टर ओंकार के परिवार को आर्थिक सहायता के लिए हरियाणा सरकार को पत्र लिख दिया गया है। इन सभी बातों से वे सन्तुष्ट है और उन्होंने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है।

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