एक सरकारी स्कूल ऐसा भी जो छात्राओं को दे रहा परिवहन सुविधा,

8/2/2019 11:49:26 AM

भिवानी (सुखबीर): गांव ओबरा का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शायद प्रदेश का पहला ऐसा सरकारी स्कूल होगा जिसमें 9वीं से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को स्कूल की ओर से परिवहन सुविधा मिली हुई है। इस स्कूल में आने वाली 6 गांवों की 90 छात्राओं के लिए स्कूल प्रबंधन ने सरकारी खर्चे पर एक मिनी बस सहित 6 वाहनों का प्रबंध किया हुआ है। इस सुविधा पर खर्च होने वाला पैसा सरकार से लिया जाएगा और इस स्कूल में यह सुविधा इसी साल जुलाई महीने से शुरू की गई है। 

वैसे तो प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में दूसरे गांवों से किसी सरकारी स्कूल में आने वाली छात्राओं के लिए छात्रा परिवहन सुविधा लागू की हुई है। इसके तहत सरकार की ओर से छात्राओं को दी जाने वाली इस सुविधा के लिए स्कूल प्रबंधन को पैसा जारी किया जाता है मगर सरकार की इस सुविधा का सरकारी स्कूल वाले उस पैसे को छात्राओं के खाते में डालकर इतिश्री कर लेते हैं। इसलिए उस पैसे का फायदा छात्राओं को मिलने की बजाय उनके अभिभावकों को मिलता है। 

प्रति किलोमीटर दिया जा रहा 4 रुपए किराया 
इस सुविधा के लिए स्कूल द्वारा हायर वाहन मालिकों को स्कूल की ओर से एक किलोमीटर के हिसाब से प्रति छात्रा 4 रुपए किराया दिया जाता है। इसलिए इस रेट में स्कूल को ये वाहन आसानी से उपलब्ध हो गए।  इस स्कूल द्वारा शुरू की गई इस सुविधा को देख अब अन्य स्कूलों की छात्राएं भी इसी स्कूल में आने के लिए सम्पर्क साध रही हैं मगर अब दाखिले बंद होने के चलते उन्हें यहां दाखिला नहीं दिया जा सकता। 

ओबरा स्कूल ने की पहल 
बहल से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओबरा के सरकारी स्कूल में इसी साल जुलाई महीने से सरकार की इस योजना को लागू करते हुए इस स्कूल में दूसरे गांवों से आने वाली छात्राओं के लिए परिवहन सुविधा देनी शुरू की है। इसके लिए स्कूल प्रबंधन ने एक मिनी बस और 5 अन्य वाहनों को हायर किया है। इनमें जिस गांव से छात्राओं की संख्या अधिक है वहां ये वाहन 2-2 चक्कर भी लगाते हैं। 

6 गांवों से ही आती हैं छात्राएं 
गांव ओबरा के इस सरकारी स्कूल में इस समय ओबरा को छोड़कर 6 अन्य गांवों की छात्राएं पढ़ाई के लिए आती हैं। इनमें शहरयारपुर, ढाणी ओबरा, बैराण, बड़दू, सिधनवा और नूनसर गांव की छात्राएं शामिल हैं। इसमें 9वीं से 12 कक्षा तक की 90 छात्राएं स्कूल द्वारा दी जा रही इस सुविधा का फायदा उठा रही हैं। इसका कारण यह है कि बाकि गांवों में मिडल स्कूलों की सुविधा पहले से ही है। इसलिए इस स्कूल में 9वीं से 12वीं तक की छात्राएं ही दूसरे गांवों से आती हैं। 
 

Isha