एक पार्क ऐसा भी जहां लोग टहलने नहीं शौच के लिए जाते हैं, देखिए नजारा

1/16/2019 4:37:27 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ठ): 2 अक्टूबर 2014 यानि गांधी जयंती के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश स्वच्छता को बेहतर बनाने के लिए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरूआत की थी। लेकिन इस अभियान के जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। बात कर रहे हैं फतेहाबाद के लघु सचिवालय स्थित कन्हैया पार्क की। जहां सचिवालय में आने वाले लोगों के आराम के उद्देश्य से इस पार्क निर्माण किया गया था। लेकिन पार्क के हालात कुछ ऐसे हो गए हैं जिसे देखकर लगता है कि इस पार्क में आजतक किसी ने आराम नहीं फरमाया है।



पार्क में सुख-सुविधा के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गई थी। टहलने के लिए पार्क में शानदार ट्रैक भी बनाया गया था। मगर पार्क की देखभाल कोताही बरतने के करने के कारण इसके हालात ऐसे हो गए हैं, जैसे ये पार्क घुमने व टहलने के लिए नहीं बल्कि कुड़े का ढ़ेर इकट्ठा करने के लिए बनाया गया है।



पार्क में घास, पेड़, पौधों की जगह झाड़ झंकाड़, कांटेदार झाडिय़ां और कूड़़े के ढ़ेर लगे हैं। यह कूड़ा और कहीं से नहीं, बल्कि लघु सचिवालय तथा लघु सचिवालय के समीप ही बनी डीसी, एसपी सहित तमाम अधिकारियों की कोठियों से निकलकर आ रहा है। पार्क के ठीक बीचोबीच का रास्ता जिले के तमाम अधिकारी की कोठियों तक पहुंचता हैं। लेकिन किसी भी अधिकारी को इस कुड़े के ढ़ेर और पार्क के लचर हालात होने की भनक नहीं।



वहीं फतेहाबाद के डीसी ने शहर को स्वच्छ और सुंदर रखने के लिए शहरवासियों को नारा दिया 'म्हारा सुथरो फतेहाबाद। मगर लगता शहर को सुथरा बनाने वाले डीसी साहब अपनी कॉलोन को साफ-सुथरा रखना भूलते जो रहे हैं। पार्क के हालत ऐसे हो गए है कि यह किसी डंपिग प्वाईंट सा नजर आने लगा है।



लघु सचिवालय के द्वितीय खंड में शिक्षा, समाज कल्याण, कृषि, फूड सप्लाई, ई-दिश केंद्र, सेल्स टेक्स, एक्साईज विभाग, मौलिक शिक्षा सहित दर्जनभर से अधिक कार्यालय हैं और इन कार्यालयों में दिनभर में सैंकड़ों लोग अपने काम से आते हैं। लेकिन इस कुड़े के ढेर की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा जो कि आने वाले दिनों अनेक बीमारियों को न्यौता देने वाला साबित हो सकता है.

Deepak Paul