देवीलाल के उत्तराधिकारी नहीं हो सकते अभय चौटाला: रणजीत सिंह

6/29/2018 12:47:44 PM

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के छोटे पुत्र रणजीत सिंह ने कहा है कि चौ. देवीलाल का अपना कद व रुतबा था। वह राष्ट्रीय नेता थे। जनता में रहते थे। अभय सिंह चौटाला देवीलाल के उत्तराधिकारी नहीं हो सकते। चंडीगढ़ में पंजाब केसरी से बातचीत में रणजीत सिंह ने यह चौंकाने वाले बयान दिए हैं। अतीत में ज्यादातर अपने भाई ओमप्रकाश चौटाला से अलग दल में राजनीति करने वाले रणजीत सिंह ने यह भी दावा किया कि 20 साल से सत्ता से बाहर चल रही इनेलो किसी से भी गठबंधन कर ले, सत्ता में कभी नहीं आ सकती। बी.एस.पी. व मायावती से उनका गठबंधन भी लोकसभा चुनावों से पहले ही टूट जाएगा।

* कांग्रेस ने अशोक तंवर के नेतृत्व में मीटिंग की है उसमें क्या गाइडलाइन जारी की है?
उत्तर: लोकसभा व विधानसभा चुनावों को देखते हुए हमने कैसे तैयारी करनी है, कैसे लोगों से घर-घर जाकर मिलना है सब इश्यू थे, उस पर चर्चा हुई है।

* आपने लम्बी राजनीति में कई मुख्यमंत्री देखे, वर्तमान भाजपा सरकार देखी, उसके बारे में आप क्या कहना चाहेंगे? 
उत्तर: भााजपा का ग्राफ आज काफी नीचे चला गया है। लोगों ने ही ऊंचा उठाया और लोग ही आज इन्हें सुनना नहीं चाहते। वहीं, हर मामले में भाजपा बिल्कुल फेल हो रही है। जहां तक हरियाणा की बात है यह तो इत्तेफाक से भाजपा आ गई।  

* भाजपा का ग्राफ डाऊन जाने का आप क्या कारण मानते हैं ?
उत्तर: कोई ऐसा चेहरा नहीं था जिन्हें लोग अपनाते। खट्टर साहब बढ़िया व शरीफ आदमी हैं लेकिन उनकी लोगों पर पकड़ नहीं है, न शहरों में न गांवों में। अपना समय निकाल गए जैसे गवर्नर रूल में प्रशासन चलता है, वैसे चला।

* इनेलो-बसपा गठबंधन के बारे क्या कहेंगे?
उत्तर: मैं नहीं मानता कि यह गठबंधन चलेगा। मायावती को पूरे देश में राजनीति करनी है। उनका सब जगह कांग्रेस से गठबंधन है। मैं नहीं मानता कि यह गठबंधन चलेगा, लोकसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट जाएगा।

* हरियाणा में कांग्रेस भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा, अशोक तंवर, कुलदीप बिश्नोई आदि धड़ों में बंटी है  इस बारे आप क्या कहेंगे?
उत्तर: सब इकट्ठे होंगे। मैं मीडिया से कहना चाहता हूं कि हमारा साथ दें। मैं तो सबको इकट्ठा करने में लगा हूं। कांग्रेस इकट्ठी है, सब साथ हैं। सबकी अपनी-अपनी विचारधारा है, बहुत बड़ी पार्टी है। हर तरीके के लोग इसमें हैं। कोई इनेलो व कोई भाजपा से चलकर आया है। सब धाराएं समुंदर में मिल गई हैं। जब चुनाव होगा सब एक मंच से ही प्रचार करेंगे।

* प्रांतीय कांग्रेस में एक-दूसरे के खिलाफ मुकद्दमे चल रहे हैं। अशोक तंवर के समर्थकों की तरफ से हुड्डा समर्थकों पर मुकद्दमा चल रहा है?
उत्तर:  हरियाणा में 2 ही पार्टियां लड़ रही हैं इनेलो और कांग्रेस। जब मैं इनेलो में था तब अध्यक्ष पद से अोमप्रकाश चौटाला के इस्तीफे ले लिए जाते थे। ये तो डैमोक्रेसी में छोटी-मोटी बातें चला करती हैं। इन्हें इतना सीरियस नहीं लेना चाहिए। पार्टी के लोग पार्टी में ही रहते हैं।

* आपने सन् 1985-86 का वह दौर देखा जिसमें एस. वाई.एल. के लिए काफी संघर्ष हुआ। देवीलाल जी ने न्याययुद्ध किया, तब आप भी उस पार्टी में थे। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। भाजपा के एंड पर क्या इसकी भूमिका ठीक है या नहीं?
उत्तर: चौधरी देवीलाल का अपना कद था। उन्होंने तो पूरे हिंदुस्तान में सबको मोबलाइज कर दिया था। यहां तो छोटी स्टेज थी। उन्होंने तो स्वीप किया था। वह राष्ट्रीय नेता थे। देवीलाल का कद इनेलो में नहीं है। अभय चौटाला देवीलाल के उत्तराधिकारी नहीं हो सकते। 

* इनेलो को आपने अच्छे तरीके से स्टडी किया है। इनेलो बिना गठबंधन के सत्ता में नहीं आ पाई-कभी भाजपा, कभी किसी दल के साथ, बसपा के बारे में आपने कहा ही है, तो इनेलो का भविष्य आप क्या देखते हैं?
उत्तर: इनेलो का नेतृत्व देवीलाल अकेले दम पर करते थे। उन्होंने अकेले ही कितनी बार स्वीप किया। सन् 1977 में व 1987 में 85 सीटें ले क्लीन स्वीप किया। अब गठबंधन होने के बाद भी सरकार नहीं बनेगी। देवीलाल जमीन पर घूमते थे, तभी सरकार बनती थी, अब तो पिछले 20 साल हो गए सरकार नहीं बनी। मैं तो इनेलो का भविष्य मानता नहीं। 

*आप अगला चुनाव कौन-सा लड़ेंगे लोकसभा या विधानसभा? 
उत्तर: यह पार्टी हाईकमान तय करेगा।

Nisha Bhardwaj