हरियाणा के लोगों को कमजोर न समझे सुरजेवाला:चौटाला

1/17/2017 12:00:54 PM

कैथल (अजय):इनैलो के वरिष्ठ वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कैथल के विधायक रणदीप सिंह सुरजेवावाला की उपस्थिति में जारी पंजाब कांग्रेस का घोषणा पत्र जिसमें पंजाब का पानी पंजाब के वास्ते वायदा किया गया है यह न केवल रणदीप सुरजेवाला की सोच ही नहीं है बल्कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी यह ठान चुका है कि एस.वाई.एल. में से एक भी बूंद पानी हरियाणा को पंजाब से नहीं जाने दिया जाएगा। चौटाला सैक्टर-19 के सामुदायिक केंद्र में जिलाध्यक्ष पं. कंवरपाल करोड़ा द्वारा आयोजित बैठक में कार्यकर्त्ताओं से जलयुद्ध के अंतर्गत 23 फरवरी को ज्यादा से ज्यादा साथियों के साथ पहुंचने का आह्वान किया ताकि प्रदेश में एस.वाई.एल. का पानी लाया जा सके।

 

उन्होंने कहा कि इनैलो एस.वाई.एल. के निर्माण के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है। चौटाला ने कहा कि सुरजेवाला को यदि हरियाणा के हितों से कोई सरोकार नहीं है तो वे पंजाब से राजनीति शुरू करें और यदि हरियाणा के लोगों को कमजोर समझते हैं तो कैथल से इस्तीफा देकर उप-चुनाव लड़कर देखें। प्रतिपक्ष नेता ने कहा कि एस.वाई.एल. पर फैसला सर्वोच्च न्यायालय की संवैधानिक पीठ का है, इसलिए इस फैसले को किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती है और न ही एस.वाई.एल. के संबंध में अब कोई मामला किसी भी अदालत में पैंडिंग है। मुख्यमंत्री इस मामले में गलत बयान कर रहे हैं। अभय चौटाला ने स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर की गई टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि उन्होंने पूरे राष्ट्र का अपमान किया है। मुख्यमंत्री तुरंत स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को बर्खास्त कर उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करें। देश की जनता राष्ट्रपिता पर ऐसी टिप्पणी करने वाले मंत्री को किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं करेगी। साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।

 

प्रतिपक्ष नेता ने कहा कि वे हर हाल में एस.वाई.एल. को खोदने के लिए 23 फरवरी को इस्माईलपुर जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नदियां तो अपना रास्ता स्वयं तय करती हैं लेकिन नहर का निर्माण कस्सी व फावड़ों से ही किया जाता है। शायद मुख्यमंत्री इन बातों से अनभिज्ञ है। इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि सतलुज यमुना लिंक नहर हरियाणा के लिए जीवन मरण का प्रश्न है। इनैलो ने इसे जलयुद्ध का नाम दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा व कांग्रेस इस मामले को लेकर दोहरी नीति अपना रही है। प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है, वहीं पंजाब में अकाली भाजपा गठबंधन सरकार है लेकिन भाजपा के सभी नेता अलग-अलग सुर में बोल रहे हैं। किसी ने भी हरियाणा के हिस्से का पानी दिलवाने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किया। दुख की बात तो ये है कि 2 महीने से अधिक का समय बीत गया लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियाणा के सर्वदलीय शिष्टमंडल को प्रधानमंत्री से मिलवाने के लिए समय नहीं ले पाए। 

 

पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं इनैलो नेता रामपाल माजरा ने कहा कि एस.वाई.एल. का पानी हरियाणा में लाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने लम्बी कानूनी लड़ाई थी जिसका नतीजा है कि सर्वोच्च न्यायालय ने हरियाणा के हक पर मोहर लगा दी है। इनैलो नेता ने अभय सिंह चौटाला को विश्वास दिलाते हुए कहा कि चौ. देवीलाल के पदचिन्हों पर चलते हुए जिस तरह से अभय चौटाला ने जलयुद्ध छेड़ा हुआ है तो उसमें पूरे हरियाणा की जनता उनके साथ देगी। प्रतिपक्ष नेता एवं इनैलो नेता अभयसिंह चौटाला बैठक के बाद व्यापार सैल के जिलाध्यक्ष जिप्पी शोरेवाला के पिता अमर शोरेवाला के देहांत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि अमर शोरेवाला कैथल जिले की अच्छी हस्तियों में से एक थे जिन्होंने हमेशा समाज सेवा में आगे बढ़कर काम किया। इस मौके दिवंगत अमर शोरेवाला के बड़े पुत्र अधिवक्ता अशोक गुप्ता, नरेंद्र शोरेवाला व परिवार को सांत्वना दी।