शेर को घायल किया जा सकता है लेकिन गीदड़ कभी राज नहीं कर सकते: अभय सिंह चौटाला

11/8/2021 10:30:58 PM

चंडीगढ़ (धरणी): ऐलनाबाद उपचुनाव जीतने के बाद सोमवार को ट्रैक्टर पर विधानसभा पहुंचे अभय सिंह चौटाला ने पांचवी बार विधायक पद की शपथ ली। तीन बार विधानसभा उपचुनाव जीत कर हैट्रिक भी लगाई। विधानसभा में आयोजित प्रेस वार्ता में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह जीत किसानों की जीत है और अब वे सिंघु बार्डर, टिकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर किसानों के बीच जाएंगे और संयुक्त किसान मोर्चा जो भी मांग रखेगा, उसे पूरा करेंगे अगर किसान जत्थेबंदियां उन्हे फिर से इस्तीफा देने की कहेंगे तो फिर से इस्तीफा दे देंगे।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा गठबंधन सरकार ने सारी सीमाएं लांघ दी। चुनाव आयोग को हम निष्पक्ष एजेंसी मानते हैं लेकिन हैरानी की बात थी इस बार इलेक्शन कमीशन भी रीढ़विहीन व्यक्ति की तरह काम कर रहा था। हमने चुनाव आयोग को आचार संहिता के उल्लघंन की लगभग 15 शिकायतें सबूत के साथ दीं, लेकिन आयोग ने कार्रवाई करना तो दूर ये भी नहीं बताया कि उन शिकायतों का स्टेटस क्या है? पहली बार हमने देखा पुलिस की गाड़ी में पैसा आया और पैसा बांटा गया। उपचुनाव में दस  से 15 हजार रुपये प्रति वोट पैसा बांटा गया जिसका हमने वीडियो बनाकर चुनाव आयोग को दिया। सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया गया, ऐसा लग रहा था जैसे कश्मीर में चुनाव हो रहा है। भाजपा के नेताओं के साथ हमेशा 20 से 30 अर्धसैनिक बलों की गाडिय़ां चलती थी। अलग-अलग रंगों की वर्दी में अर्धसैनिक बल ऐलनाबाद में तैनात किए गए। यह विडंबना है कि बार्डर से अर्धसैनिक बलों को हटाकर गुंडों के संरक्षण में लगा दिया।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उन्हें पिछली बार से आठ हजार से नौ हजार वोट ज्यादा मिले हैं। भाजपा अकेले चुनाव नहीं लड़ रही थी उनके साथ जजपा, हलोपा और कांग्रेस भी थे। भूपेंद्र हुड्डा तो भाजपा के इशारों पर चलने वाला आदमी बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हुड्डा ने पैन की स्याही बदलकर सुभाष चंद्रा को जिताया फिर भाजपा की मदद से अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा की राज्यसभा में भेजा। हुड्डा ने ऐलनाबाद में प्रचार किया लेकिन मंच से कहा कि गोपाल कांडा मेरा मित्र है, पुराना साथी है। ऐसा कहकर हुड्डा ने सीधा संकेत गोविंद कांडा को वोट देने के लिए दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार ने उनके दो साल के कार्यकाल में ही बरोदा और ऐलनाबाद के दो उपचुनाव हारे हैं। इसका मतलब है कि प्रदेश की जनता ने इन्हें सिरे से नकार दिया है। ऐलनाबाद में हार के बाद सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

अभय ने कहा कि पिछले तीन दिन से साजिश के तहत हरियाणा का माहौल खराब किया जा रहा है। जहां भाजपा का एक सांसद हाथ काटने और आंख निकालने की बात कह रहा है वहीं दूसरा राज्य सभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा जात-पात की बात कर रहा है। इससे पहले भी राजकुमार सैनी की पीठ पर हाथ रखकर प्रदेश का भाईचारा खराब किया गया। अब एक बार फिर भाजपा के नेता इसी प्रयास में हैं। राज्यपाल को इस सरकार को बर्खाश्त कर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। पिछले दो दिनों में प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में माहौल खराब करने के लिए सुनीता दुग्गल, रामचन्द्र जांगड़ा, अरविंद शर्मा और मनीष ग्रोवर को भेजा गया। ये बहुत बड़ी साजिश है जो ऊपर से रची गई है। 

पत्रकारों द्वारा दुष्यंत चौटाला के बार-बार इस्तीफा देने पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अभय चौटाला ने कहा कि वो इसका जवाब पहले ही दे चुके हैं कि शेर को घायल जरूर किया जा सकता है लेकिन गीदड़ कभी राज नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पिछली बार जजपा के नेताओं ने कहा था कि उन्होंने ऐलनाबाद में प्रचार नहीं किया इसलिए मैं जीत गया। इस बार तो भाई अजय चौटाला और दोनों भाई भी रात के दो-दो बजे तक प्रचार कर रहे थे लेकिन मैं फिर से जीतकर आ गया।
 

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Content Writer

Shivam