चुनाव में मिली बड़ी हार पर हिम्मत बरकरार- विधानसभा सत्र में आक्रामक तेवरों में नजर आए अभय

11/9/2019 11:03:23 AM

डेस्क( संजय अरोड़ा): अब संगठन की मजबूती के लिए फिर से उतरेंगे फील्ड मेंहरियाणा में क्षेत्रीय दल के रूप में पिछले कई चुनावों में प्रभावी भूमिका में रहने वाली पार्टी इंडियन नैशनल लोकदल का ग्राफ इन चुनावों में काफी नीचे चला गया है।  अभी हाल में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों में इनैलो को महज 1 सीट पर जीत मिली और उसे करीब 2.44 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए। इसी साल लोकसभा चुनाव में इनैलो का खाता नहीं खुला तथा उसे करीब 1.89 प्रतिशत मत मिले थे।

पिछले करीब 14 वर्ष से सत्ता से दूर इनैलो ने करीब 19 साल पहले वर्ष 2000 में ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में 47 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए सरकार बनाई थी। 19 वर्षों में 47 सीटों का आंकड़ा  2019 में 1 सीट पर आकर सिमट गया है, पर इन विकट परिस्थितियों में इनैलो के लिए सकारात्मक पहलू यह है कि इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला पूरी हिम्मत के साथ राजनीतिक रण में डटे हैं। 

उन्होंने अभी विधानसभा के 3 दिवसीय विशेष सत्र में भी आक्रामक तेवर दिखाते हुए सरकार को तथ्यों व तर्कों के साथ घेरा। अब आने वाले समय में वे पूरे हरियाणा में जनसम्पर्क अभियान चलाने जा रहे हैं। वे पूरी हिम्मत के साथ संगठन को चुस्त-दुुरुस्त करने की कवायद में लगे हैं,वहीं निराशाजनक परिणाम के बाद भी वे पहले से अधिक ऊर्जा के साथ राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं।

एक साल पहले हुआ था पार्टी में विघटन
इनैलो में विघटन होने के बाद ही पार्टी को अधिक नुक्सान पहुंचा है। पिछले साल 7 अक्तूबर को गोहाना में हुई रैली में पार्टी में दरार की नींव पड़ी। इसके बाद इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने अजय सिंह, दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया। दिसम्बर में दुष्यंत ने नई पार्टी बना ली। इसी बीच इनैलो से करीब 15 विधायक दूसरे दलों के पाले में चले गए।                             

Isha