अंधेरे में डूबा राष्ट्रीय राजमार्ग, वाहन चालकों की सुरक्षा भगवान भरोसे

12/16/2019 10:36:34 AM

फरीदाबाद (कुलवीर चौहान) : राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 19 जो तकरीबन तीन हजार करोड़ की लागत से चार लेन से परिवर्तित होकर छह लेन का बना है। उस पर सफर करने के दौरान आपको संभल कर चलना होगा, क्योंकि इस राजमार्ग पर कई जगह स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रही हैं। प्रोजेक्ट से जुड़ें अधिकारियों के मुताबिक जिस कंपनी को इस राजमार्ग पर लाइट लगाने और रखरखाव का ठेका रिलायंस कंपनी द्वारा दिया गया था, उस निजी कंपनी को इस काम से हटा दिया गया है।

इसके बाद अभी तक नई कंपनी को नहीं रखा गया है, जिस कारण कई जगह लाइटों को व्यवस्था नहीं है, तो कई जगह लाइट खराब पड़ी हुई हैं। जिससे इस राजमार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। वहीं इसके अलावा कई जगह जलभराव की समस्या है और कई जगह सड़क पर सफेद पट्टी नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस राजमार्ग को बनाने का जिम्मा वर्ष 2012 में सरकार द्वारा रिलायंस कंपनी को दिया गया था। लेकिन इस राजमार्ग के निर्माण के शुरू हुए सात वर्ष बाद भी कई जगह इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।

वहीं कई जगह स्ट्रीट लाइट, जलभराव जैसी समस्याओं से लोगों को सामना करना पड़ रहा है। सर्दियों की शुरुआत भी हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में कोहरे का प्रकोप भी लोगों को झेलना पड़ सकता है।  इस राजमार्ग पर जगह-जगह स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रही हैं, जिससे दिन ढलते ही यहां पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण से जुडी कंपनी द्वारा जो पट्टी पहले खींची गई थी वह भी कई जगह सड़कों से अब गायब हो चुकी हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ सर्विस रोड पर बने अवैध कट और यू-टर्न काफ ी खतरनाक साबित हो सकते है।

यहां अब तक साइन बोर्ड और रिफ्लेक्टर नहीं लगाए गए हैं। बारिश के मौसम में इस राजमार्ग पर जगह-जगह जलभराव की समस्या रहती है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेसहारा पशु भी मंडराते रहते हैं। इससे वाहनों के सामने इन पशुओं के आ जाने से यहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इस साल शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर 66 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि चिन्हित सात खतरनाक पॉइंट्स पर हुए 84 हादसों में 41 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।  बीते दिनों आई बारिश ने इस राजमार्ग के निर्माण में बरती गई अनिमितताओं की पोल खोल दी थी। बारिश के कारण राजमार्ग पर कई जगह पानी भर गया था।

Isha