पहले तीन दिन तक देखा व्यापारी कहां रख रहा पैसे, फिर आंखों में मिर्च डाल लूट लिए, बाउंसर काबू

1/23/2021 2:05:44 PM

रेवाड़ी (महेंद्र भारती): शहर के गंज बाजार में खल-बिनौला के थोक व्यवसायी सौरभ गुप्ता की आंखों में मिर्च डालकर 3 लाख रुपए सहित स्कूटी लूटने की वारदात को अंजाम देने वालों में शामिल एक आरोपी तक पुलिस पहुंच गई है। घटना के 16 दिन बाद पुलिस ने लूट और रेकी में शामिल आरोपी डहीना निवासी विकास उर्फ कूकी को गिरफ्तार किया है।

विकास के साथ दो और आरोपी शामिल रहे हैं, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड है। पुलिस शेष आरोपियों की तलाश कर रही है। जांच अधिकारी ने बताया कि 6 जनवरी को हुई इस घटना में एक बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने व्यापारी सौरभ गुप्ता की आंखों में मिर्च डालकर उनकी 3 लाख रुपए सहित स्कूटी को लूट ले गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए बदमाशों का सुराग लगा लिया। आरोपियों की तलाश शुरू की तो डहीना निवासी विकास उर्फ कूकी के साथ एक अन्य आरोपी की पहचान हो गई। पुलिस ने विकास के घर पर दबिश दी तो गायब मिला। पुलिस का शक यकीन में बदल गया। आखिर गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में बताया- रेकी से पता लगा कैश ले जाने का
आरोपी विकास को गिरफ्तार करने के बाद जब पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि शहर निवासी दो युवकों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। उसने बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले दोनों आरोपी उसके पास आए थे और लूट का प्लान बनाया। इस पर पता चला कि व्यापारी सौरभ गुप्ता हर दिन मोटा कैश लेकर बैंक में आता है। इसके पश्चात उन्होंने 3 दिन उसकी रेकी की, जिसके बाद उन्होंने पूरी वारदात को अंजाम दिया।

लूटी हुई स्कूटी नयागांव अंडरपास में छोड़ी
गोल चक्कर के पास हुई इस लूट में बदमाशों ने दो बाइक का उपयोग हुआ था। वारदात स्थल पर आरोपी एक ही बाइक लेकर पहुंचे थे, लेकिन दूसरी बाइक उनकी कुछ दूरी पर तैयार खड़ी थी। उनका मकसद स्कूटी लूटने का नहीं था, लेकिन जब व्यापारी ने विरोध किया तो वे स्कूटी ही लेकर भाग गए। स्कूटी को लूटने के बाद उसे नयागांव के रेलवे अंडरपास के अंदर ले गए और उसमें पैसे निकालने के बाद उसे वहीं छोड़कर दो बाइकों पर बैठक फरार हो गए। बाद में इस लूट की राशि को आपस में बांट लिया।

40 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले
पुलिस ने जांच के दौरान अलग-अलग स्थानों के उसी समय लगभग 40 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। हालांकि पुलिस को बड़ा सुराग सरकुलर रोड पर लगे एक फुटेज से मिला, जिसमें आरोपी वारदात स्थल की ओर आ रहे थे। साथ ही शहर निवासी एक आरोपी की भी उसमें साफ पहचान हो गई। 

बाउंसर था आरोपी, उस समय हुई मुलाकात
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी विकास पहले शहर के एक मॉल में बतौर बाउंसर काम करता था। इसके साथ ही वह उद्योगपतियों के साथ भी आता जाता था। इसी दौरान उसके पास शहर के इन व्यापारियों के बारे में जानकारी थी। वहीं आरोपियों से भी विकास की मुलाकात लगभग एक साल पहले हुई थी, जिसके बाद वह इनके निरंतर संपर्क में था। संपर्क में रहने के कारण ही आरोपियों ने विकास को लूट के षडयंत्र में शामिल किया।

vinod kumar