बेरंग पड़े ऐतिहासिक कुएं की प्रशासन ने सालों बाद ली सुध

12/6/2019 3:47:13 PM

रेवाड़ी (गंगाबिशन) : जिले के गांव कढू भवानीपुरा में पिछले कई सालों से बेरंग पड़े ऐतिहासिक कुएं की आखिरकार प्रशासन ने सुध ले ली है। ग्राम पंचायत की ओर से कुएं की मुरम्मत शुरू कर दी गई है। अब कुएं की मुरम्मत कर जाल ढका जाएगा ताकि खुले पड़े इस कुएं से किसी को खतरा न हो। हालांकि कुएं से पानी तो नहीं निकल सकता लेकिन ग्रामीणों की आस्था इस कुएं से जुड़ी हुई है और कुआं पूजन व गणगौर आदि त्यौहार पर इसी कुएं को ग्रामीणों द्वारा पूजा जाता है। 

गौरतलब है कि गांव कढू में ‘पीवणा कुआं’ के नाम से चॢचत कुआं गांव कढू के साथ-साथ चिमनावास, प्राणपुरा, आलियावास व मामडिय़ा आसमपुर आदि गांवों के ग्रामीणों की प्यास बुझाता था। धीरे-धीरे पानी का स्तर घटता रहा और यह कुआं बेरंग हो गया। बेरंग होने के बावजूद इस कुएं की अहमियत कम नहीं हुई। कुआं पूजन व गणगौर के मौके पर सभी ग्रामीण इसी कुएं का पूजन करते हैं।

गांव के बुजुर्ग ग्रामीणों के अनुसार लगभग वर्ष 1840 में इस कुएं का निर्माण करवाया गया था और पिछले 15-20 सालों से यह कुआं बिना पानी के सूखा पड़ा है। 10 दिन पूर्व गांव कढू में धन्यवादी दौरे पर पहुंचे मंत्री व बावल के विधायक डा. बनवारी लाल की नजर इस कुएं पर पड़ी थी और ग्रामीणों ने भी इसकी मुरम्मत की मांग उठाई थी। मंत्री के आदेशों के बाद मुरम्मत की कार्रवाई अमल में लाई गई। ऐतिहासिक धरोहर रूपी इस कुएं का उपयोगी संरक्षण देखकर ग्रामीणों में खुशी है।

Isha