त्योहारी सीजन पर मिठाइयों की प्रतिदिन जांच करे प्रशासन : कुकड़ेजा

11/9/2020 3:40:37 PM

ऐलनाबाद (सुरेंद्र सरदाना ) : दिवाली का पर्व नज़दीक है और इसके लिए कुछ ही दिन शेष बचे है। इस त्यौहार पर हर घर में लक्ष्मी का पूजन होता है जिस में अधिकांश रूप से मिठाइयों के साथ पूजन किया जाता है। जिस के चलते मिठाई विक्रेता महीना भर पहले ही उपभोगताओं की पूर्ति के लिए अपने स्तर पर मिठाई के  लिए प्रयोग किए जाने वाले कच्चे राशन जैसे दूध,  मावा, खोया आदि का प्रबन्ध करना शुरू कर देते है। चूंकि मिठाई की मांग बहुत अधिक होती है ऐसे में नकली मावा व नकली दूध से बनाई जाने वाली मिठाइयो की संभावना भी बहुत अधिक प्रबल हो जाती है।

बेशक फूड सेफ्टी विभाग के पास इस कदर कि गाईडलाइंस लाई है कि 1 अक्तूबर के बाद मिठाई बेचने वालों को अब काउंटर के अंदर रखी मिठाइयों की ट्रे पर मिठाई की एक्सपायरी डेट यानी खराब होने की  तिथि भी लिखनी होगी। उपभोगताओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें अच्छी क्वालिटी की मिठाई उपलब्ध हो, यह नियम फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड ऑफ इंडिया ने देश भर में लागू किया है। 

एफ एस एस ए आई द्वारा यह नियम तो लागू कर दिया गया है लेकिन स्थानीय फूड एंड सेफ्टी विभाग इस नियम को किर्यान्वयं को ले कर संजिदा नहीं है। विभाग द्वारा  उक्त दुकानों पर किसी प्रकार की भी जांच नहीं की जा रही। ऐलनाबाद की अधिकांश मिठाई की दुकानों के काउंटरों पर रखी ट्रेओ पर ऐसी डेट अंकित नहीं की गई है। विभाग द्वारा किसी प्रकार की प्रोपर जांच न करना और मिठाई विक्रेताओं को दिशा निर्देश न देना उपभोगताओं के स्वास्थ्य के साथ आसानी से खिलवाड़ किया जा सकता है। 

निःशुल्क कानूनी जागरूकता मंच के सचिव राज कुमार कुकड़ेजा ने स्थानीय प्रशाषन के मांग की है कि एक तो कोरोना काल चल रहा है ऐसे में अगर मिलावटी खोया या सप्रेटा दूध से बनी मिठाइयों का सेवन होता है तो इससे अनेकों बीमारियां घर कर सकती है तो प्रशासन को दिवाली के त्योहार तक इन मिठाइयो की नियमित जांच की जानी चाईए ताकि किसी व्यक्ति के स्वस्थ के साथ खिलवाड़ न किया जा सके

Manisha rana